नागपुर में दिनदहाड़े दो भाइयों की हत्या
नाली की सफाई को लेकर हुए विवाद में दो सगे भाइयों की हत्या कर दी गई। पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रशांत चमके को गिरफ्तार कर लिया है।
नागपुर। जरीपटका क्षेत्र के समता नगर में नाली की सफाई को लेकर हुए विवाद में दो सगे भाइयों की हत्या कर दी गई। रविवार की सुबह उनपर घातक शस्त्रों व लाठियों से हमला किया गया। दोनों को मेयाे अस्पताल भी ले जाया गया, जहां एक को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। दूसरे भाई को गंभीर हालत में भर्ती कर लिया गया था, जिसने शाम साढ़े सात बजे के करीब दम तोड़ दिया। इस घटना से जरीपटका थाना सहित मेया अस्पताल में तनाव की स्थिति बनी रही। थाने के सामने तो लोगों ने हंगामा भी किया। उधर, पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रशांत चमके को गिरफ्तार कर लिया है।
समता नगर में इमरत राणा और उसके भाई पूरनलाल राणा परिवार के साथ रहते थे। यह दोनों मूलत: बालाघाट के निवासी हैं। राणा बंधुओं की बहन इंदिरा बिसेन भी अपने परिवार के साथ समता नगर में रहती है। दो दिन पहले आरोपी प्रशांत चमके और उसकी बहन के बीच नाली के पानी को लेकर कहा-सुनी हो गई थी। यह बात पता चलने पर इमरत और पूरनलाल ने प्रशांत चमके को समझाया था िक वह बेवजह उसकी बहन और बहनोई से न उलझा करे। प्रशांत चमके को लगा कि राणा बंधुओं की इन बातों से कहीं उसका क्षेत्र में दबदबा कम न हो जाए।
शनिवार को प्रशांत चमके ने इमरत की बहन के साथ विवाद शुरू किया। यह बात पता चलने पर राणा बंधु अपनी बहन के घर पहुंचे। उस समय प्रशांत वहां गाली-गलौज कर रहा था। राणा बंधुओं ने उसे समझाने की कोशिश की। वह उनके साथ उलझ गया। राणा बंधुओं ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। वह राणा बंधुओं को देख लेने की धमकी देने लगा। प्रशांत ने अपने भांजे अंकुश तोमस्कर को घटना के बारे में बताई।
रविवार को सुबह 9.15 बजे इमरत और पूरनलाल राणा अपने घर में थे। इसी दौरान अारोपी प्रशांत चमके उसका भांजा अंकुश तोमस्कर, झनकलाल राणा और अन्ना सहित कुछ अन्य आरोपियों ने राणा बंधुओं के घर पर हमला बोल दिया। हमलावर राणा बंधुओं पर घातक शस्त्र और लाठियां लेकर टूट पड़े।
हमलावरों ने इमरत को लहूलुहान कर डाला। पूरनलाल को मृत समझकर सभी आरोपी फरार हो गए। कहा जा रहा है कि जब हमलावर उन दोनों भाइयों पर हमला कर रहे थे, तब बस्ती का कोई भी व्यक्ति उनकी मदद करने सामने नहीं आया। आरोपियों के चले जाने के बाद समता नगर में हड़कंप मच गया। खून से लथपथ राणा बंधुओं को प्रशांत चमके की दहशत के कारण उन्हें कोई अस्पताल ले जाने की भी हिम्मत नहीं जुटा पाया। जब यह बात राणा बंधुओं की बहन इंदिरा बिसेन को पता चली, तब वह घटनास्थल पर पहुंची। उसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। घटनास्थल पर पुलिस उपायुक्त अभिनाश कुमार और जरीपटका के थानेदार चक्षुपाल बहादुरे पहुंचे। दोनों को मेयो अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने इमरत को मृत घोषित कर दिया और गंभीर रूप से घायल पूरनलाल राणा का ऑपरेशन किया। परंतु, इसे भी बचाया नहीं जा सका। शाम करीब साढ़े सात बजे पूरनलाल ने भी दम तोड़ दिया।