महाराष्ट्र विधानसभा न चाहे ताे भी बन सकता है अलग विदर्भ : श्रीहरि अणे
एडवोकेट जनरल पद से इस्तीफा देने के बाद पृथक विदर्भ की मांग को लेकर श्रीहरि अणे आैर भी आक्रामक नजर आने लगे हैं। शनिवार को उन्होंने कहा कि विदर्भ राज्य आंदोलन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अलग राज्य निर्माण का मामला पूरी तरह से केंद्र पर निर्भर है।
नागपुर। राज्य के एडवोकेट जनरल पद से इस्तीफा देने के बाद पृथक विदर्भ की मांग को लेकर श्रीहरि अणे आैर भी आक्रामक नजर आने लगे हैं। शनिवार को उन्होंने कहा कि विदर्भ राज्य आंदोलन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अलग राज्य निर्माण का मामला पूरी तरह से केंद्र पर निर्भर है। महाराष्ट्र विधानसभा विरोध में मतदान करे तो भी अलग राज्य बनने से राेका नहीं जा सकता।
एडवोकेट जनरल पद से इस्तीफा देने के बाद पहली बार नागपुर पहुंचे अणे ने तिलक पत्रकार भवन में पत्रकाराें से चर्चा के दौरान कहा, विदर्भ राज्य निर्माण के लिए प्रमुख राजनीतिक दलों पर दबाव बनाने की जरूरत है। भाजपा व कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए जदयू, बसपा के अलावा आम आदमी पार्टी का भी समर्थन लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विदर्भ राज्य की मांग बरसों से की जा रही है। जो लोग कहते हैं कि यह जनता की मांग नहीं है तो उन्हें जनमत कराना चाहिए। 51 प्रतिशत से कम मतदान विदर्भ राज्य की मांग के समर्थन में हुआ तो यह आंदोलन नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार को आर्थिक दृष्टि से संकट में बताते हुए पूर्व एडवोकेट जनरल ने कहा कि सरकार के पास कुछ करने की हिम्मत नहीं बची है।