सनातन संस्था प्रतिबंधित न करने पर पृथ्वीराज चव्हाण और शिंदे भिड़े
कॉमरेड गोविंद पनसारे हत्याकांड में संलिप्तता को लेकर चर्चा में आए दक्षिणपंथी संगठन सनातन संस्था को प्रतिबंधित न करने पर कांग्रेस के दो दिग्गज नेता आपस में ही भिड़ गए हैं।
नागपुर। कॉमरेड गोविंद पनसारे हत्याकांड में संलिप्तता को लेकर चर्चा में आए दक्षिणपंथी संगठन सनातन संस्था को प्रतिबंधित न करने पर कांग्रेस के दो दिग्गज नेता आपस में ही भिड़ गए हैं।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, 'राज्य की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने 2011 में ही केंद्र से सनातन संस्था पर रोक लगाने की मांग की थी, लेकिन गृह मंत्रालय ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की।Ó इस पर मनमोहन सरकार में गृह मंत्री रहे सुशील कुमार शिंदे ने चव्हाण के बयान को झुठला दिया।
बकौल शिंदे, 'मैं उनके (चव्हाण) कथन में कोई सच्चाई नहीं देख रहा हूं। पहली बात तो यह कि 2011 में जब रोक लगाने वाली राज्य सरकार की रिपोर्ट केंद्र को भेजी गई, उस समय मैं गृह मंत्री नहीं था। 2013 में मैंने यह पद संभाला। दूसरी बात यह कि अगर चव्हाण वास्तव में सनातन संस्था पर रोक लगाने के लिए गंभीर थे तो उन्हें मुझसे सीधे यह बात कहनी चाहिए।
केवल एक साधारण रिपोर्ट भेजने से काम नहीं चलता। प्रतिबंध लगाने को लेकर मुझसे सीधे बात नहीं कर चव्हाण ने विशुद्ध लापरवाही दिखाई है। वैसे अब चव्हाण ने मोदी सरकार से सनातन संस्था को प्रतिबंधित करने की मांग की है।