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Coronavirus: क्वारंटाइन सेंटर में 1408 लोगों को हिरासत में रखने के खिलाफ याचिका

Coronavirus बांबे हाई कोर्ट ने क्वारंटाइन सेंटर में रखे जाने संबंधी एक याचिका पर महाराष्ट्र सरकार तथा नागपुर महानगरपालिका से जवाब मांगा है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 04 May 2020 06:25 PM (IST)Updated: Mon, 04 May 2020 06:25 PM (IST)
Coronavirus: क्वारंटाइन सेंटर में 1408 लोगों को हिरासत में रखने के खिलाफ याचिका
Coronavirus: क्वारंटाइन सेंटर में 1408 लोगों को हिरासत में रखने के खिलाफ याचिका

नागपुर, प्रेट्र। Coronavirus: बांबे हाई कोर्ट ने कथित तौर पर 1,408 लोगों को दो कोरोना वायरस हॉटस्पॉट से उठाकर क्वारंटाइन सेंटर में रखे जाने संबंधी एक याचिका पर महाराष्ट्र सरकार तथा नागपुर महानगरपालिका से जवाब मांगा है।

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हाई कोर्ट की नागपुर खंडपीठ के जज एएस किलोर ने रविवार को याचिकाकर्ता मुहम्मद निशात की अर्जी पर तत्काल सुनवाई की। इसमें आरोप लगाया गया है कि सतरंजपुरा और मोमिनपुरा से 1,408 लोगों को यह कहते हुए उठा लिया गया कि वे कोरोना संक्रमित के करीबी संपर्क में आ चुके हैं। याचिकाकर्ता के वकील तुषार मांडलेकर ने आरोप लगाया कि लोगों को सिर्फ अटकलों के आधार पर उठाया गया। इस प्रकार केंद्र सरकार और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) की गाइडलाइन का उल्लंघन किया गया। उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर के आबादी में होने का भी मुद्दा उठाया।

नागपुर महानगरपालिका के वकील सुधीर पुराणिक ने कहा कि संबंधित प्राधिकार से मिली प्रारंभिक सूचना के अनुसार सिर्फ उन्हीं लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में भेजा गया है, जो कोरोना संक्रमित के करीबी संपर्क में थे। कोरोना वायरस के संबंध में जारी हर गाइडलाइन का अनुपालन किया जा रहा है।

वहीं, लॉकडाउन के कारण मुंबई में फंसे 25 कामगार रविवार को खुद किराए पर बस लेकर राजस्थान के लिए रवाना हुए। अधिकारियों ने बताया कि ये कामगार दक्षिण मुंबई के मेटल मार्केट, दवा बाजार और दूसरे वाणिज्यिक क्षेत्रों में काम करते थे। उनकी बस शाम 5:30 बजे राजस्थान के लिए रवाना हुई। उन्होंने बताया कि केंद्र ने लॉकडाउन में फंसे कामगारों के आवागमन की इजाजत दे दी है। इसी क्रम में राजस्थान के कामगारों को घर लौटने की अनुमति दी गई।

यात्रा की शुरुआत से पहले राजस्थान के जालोर निवासी जालम सिंह ने बताया, 'हमें अपने घर लौटते हुए बहुत खुशी हो रही है। हमने एमआरए मार्ग थाने में सभी दस्तावेज जमाकर राजस्थान जाने की अनुमति मांगी थी। पुलिस ने हमें लौटने की इजाजत दे दी।'पुलिस उपायुक्त (जोन-1) संग्रामसिंह निशानदार ने कहा, 'लोगों ने राजस्थान लौटने के लिए खुद ही बसों की व्यवस्था की है। बस सीएसटी जंक्शन से रवाना हुई। इससे पहले हमने बस को पूरी तरह सैनिटाइज किया और लोगों की स्क्रीनिंग भी की।'

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