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पब्लिक स्कूल में रेप केस के बाद पेरेन्ट्स मांग रहे बच्चों की टीसी

यवतमाल पब्लिक स्कूल में छात्राओं के साथ हुई ज्यादती मामले के बाद से अभिभावकों में असुरक्षा की भावना व्याप्त हो गई है। कई अभिभावकों ने अपने बच्चों की टीसी के लिए आवेदन दे दिए हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 11 Jul 2016 06:20 AM (IST)Updated: Mon, 11 Jul 2016 06:29 AM (IST)

नागपुरयवतमाल पब्लिक स्कूल में छात्राओं के साथ हुई ज्यादती मामले के बाद से अभिभावकों में असुरक्षा की भावना व्याप्त हो गई है, जिस कारण अधिकांश अभिभावक अपने बच्चों को शाला में रखने को लेकर संभ्रम की स्थिति में दिखाई दे रहे हैं। कई अभिभावकों ने अपने बच्चों की टीसी निकालने के लिए आवेदन दे दिए हैं। अब तक करीब 14 विद्यार्थियों की टीसी शाला प्रबंधन ने लौटा दी है।

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बता दें कि, 29 जून को स्व. जवाहरलाल दर्डा एज्युकेशन सोसाइटी अंतर्गत चलायी जानेवाली यवतमाल पब्लिक स्कूल में नन्हीं छात्राओं के साथ ज्यादती का मामला उजागर होने के बाद शहर में अभिभावकों के आंदोलन ने हिंसक मोड़ ले लिया था।

काफी बवंडर मचने के बाद अंतत: 5 जुलाई से स्कूल प्रशासन की देखरेख में आरंभ हो गई लेकिन अभी भी अभिभावक इस शाला में अपने बच्चों को पढ़ाने के मामले में संभ्रम में दिखाई दे रहे हैं।

स्कूल की प्रशासक सुचिता पाटेकर व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने अभिभावकों के भीतर चल रही उहापोह से उन्हें उबारने का काफी प्रयास किया, बच्चों की सुरक्षा का आश्वासन भी दिया परंतु अभिभावकों में अपने बच्चों को लेकर व्याप्त असुरक्षा की भावना दूर नहीं हो पायी है।

यही वजह है कि, अधिकांश अभिभावक स्कूल प्रबंधन को टीसी के लिए आवेदन कर रहे हैं। अब तक करीब 14 विद्यार्थियों की टीसी स्कूल से निकाली जा चुकी है, ऐसी जानकारी शिक्षाधिकारी सुचिता पाटेकर ने दी।

नया शिक्षासत्र आरंभ हो चुका है और शहर की अन्य शालाओं में सीटें खाली न होने के कारण विद्यार्थियों को अब प्रवेश मिल पाना मुश्किल हो गया है जिस कारण कई अभिभावक टीसी निकालने को लेकर कशमकश में दिखाई दे रहे हैं। दूसरी ओर सुरक्षा की दृष्टि में शाला में कड़ा बंदोबस्त रखा गया है।

दोनों शिक्षकों को एक दिन का पीसीआर
शनिवार, ९ जुलाई को इस मामले के मुख्य आरोपी शिक्षकों यश बोरुंदिया एवं अमोल क्षीरसागर का पुलिस रिमांड खत्म होने पर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस ने दोनों की वैद्यकीय जांच का हवाला देते हुए पुन: उनके एक दिन के पीसीआर की मांग की। न्यायालय ने पुलिस की मांग मंजूर करते हुए अब दोनों शिक्षकों को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का निर्णय लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यश बोरुंदिया व अमोल क्षीरसागर की तीन दिन मानसोपचार विशेषज्ञ से जांच करवायी जाएगी। साथ ही पुलिस ने दोनों के निवास से कुछ सामग्री जब्त कर स्कूल के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आगे की जांच शुरू कर दी है।


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