नागपुर बना आयुध निर्माणी भर्ती बोर्ड मुख्यालय
आयुध निर्माणियों में अब स्थानीय स्तर पर भर्तियां नहीं होंगी। रेलवे की तर्ज पर रक्षा मंत्रालय ने आयुध निर्माणियों में भर्ती के लिए बोर्ड का गठन कर दिया है। बोर्ड का मुख्यालय अंबाझरी नागपुर में बनाया गया है।
नागपुर। आयुध निर्माणियों में अब स्थानीय स्तर पर भर्तियां नहीं होंगी। रेलवे की तर्ज पर रक्षा मंत्रालय ने आयुध निर्माणियों में भर्ती के लिए बोर्ड का गठन कर दिया है। बोर्ड का मुख्यालय अंबाझरी नागपुर में बनाया गया है। जल्द ही बोर्ड काम करना शुरू कर देगा।
आयुध निर्माणियों में भर्तियों के लिए स्थानीय स्तर पर अलग-अलग परीक्षाएं होने के कारण देश भर से बड़ी संख्या में आवेदक एक जगह एकत्रित हो जाते थे। आवेदकों की संख्या अधिक होने से परीक्षा के इंतजाम करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था।
वर्ष 2012 में आयुध निर्माणी खमरिया में ‘लेबर’ के 75 पदों के लिए एक लाख से अधिक आवेदन आए थे। प्रशासन को आवेदनों की छंटाई के लिए निजी एजेंसियों की मदद लेनी पड़ी थी। हाल ही में भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर से आयुध िनर्माणियों में होने वाली भर्ती के लिए बोर्ड का गठन करने की मांग की गई थी। रक्षा मंत्री ने इस मामले में 30 अप्रैल के पहले निर्णय लेने का वादा किया था। वादे के मुताबिक रक्षा मंत्री ने 29 अप्रैल को भर्ती बोर्ड के गठन के आदेश जारी कर दिए हैं।
भर्तियों में होगी पारदर्शिता
भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेन्द्र तिवारी ने कहा है कि स्थानीय स्तर पर भर्तियां होेने से अक्सर पक्षपात के आरोप लगते थे, बोर्ड का गठन होने से भर्ती में पारदर्शिता आएगी। इससे आयुध िनर्माणियों को बेहतर कर्मचारी मिल सकेंगे।
दस साल से अनुकंपा नियुक्ति के लिए इंतजार कर रहे 26 हजार मृत कर्मियों के आश्रितों को ‘वन टाइम िरलेक्सेशन’ देकर िनयुक्ति िदलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इस मामले में जल्द ही सफलता िमलने की संभावना है।