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महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला ने वापस ली शिकायत

महाराष्ट्र सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे (Dhananjay Munde) पर दुष्‍कर्म का आरोप लगाने वाली महिला ने अपनी शिकायत वापस ले ली हैमुंबई पुलिस के अनुसार अब धनंजय मुंडे आरोपमुक्त हो गए हैं। शिकायतकर्ता महिला ने 11 जनवरी को धनंजय मुंडे पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था।

By Babita KashyapEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 12:37 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 12:37 PM (IST)
महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला ने वापस ली शिकायत
धनंजय मुंडे के खिलाफ दुष्‍कर्म का मामला दर्ज करवाने वाली महिला शिकायत वापस ली

मुंबई, राज्य ब्यूरो। महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला ने पुलिस थाने में एक हलफनामा देकर अपनी शिकायत वापस ले ली है। शिकायत वापस लेने का कोई कारण उसने स्पष्ट नहीं किया है। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार अब धनंजय मुंडे आरोपमुक्त हो गए हैं।

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शिकायतकर्ता महिला ने 11 जनवरी को धनंजय मुंडे पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाते हुए कहा था कि मुंडे 2006 से उसके साथ ऐसा करते आ रहे हैं। बाद में स्वयं मुंडे ने एक सार्वजनिक बयान देकर स्पष्ट किया था कि शिकायतकर्ता महिला की बहन के साथ उनके संबंध रहे हैं। उससे उनके दो बच्चे भी हैं। जिन्हें उन्होंने अपना नाम दिया है। उन बच्चों के नाम से उन्होंने अचल संपत्ति भी खरीदी है। उनकी इस स्वीकारोक्ति के बाद विपक्षी दल भाजपा ने मुंडे का मंत्रिमंडल से त्यागपत्र मांगना शुरू कर दिया था। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने तो चुनावी हलफनामे में गलत जानकारी देने के कारण उनका चुनाव रद्द करने की भी मांग चुनाव आयोग से की थी। भाजपा महिला मोर्चा ने पूरे राज्य में जिलाधिकारी कार्यालय एवं तहसीलदार कार्यालयों के सामने प्रदर्शन कर मुंडे का इस्तीफा लेने के लिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया था।

लेकिन शिकायत करने के 11वें दिन ही जब उक्त महिला ना अपनी शिकायत वापस ले ली, तो मुंडे की पार्टी राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को सुबह-सुबह प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि मुंडे के संबंध में तुरंत फैसला न करने का उनकी पार्टी का निर्णय सही साबित हुआ है। बता दें कि मुंडे पर आरोप लगने के बाद पवार ने भी अपनी पहली प्रतिक्रिया में इसे गंभीर आरोप बताया था। लेकिन अगले ही दिन उन्होंने यह कहकर मामले को ठंडा कर दिया था कि मामला पुलिस और कोर्ट के सामने है। जांच होने के बाद ही पार्टी कोई निर्णय करेगी। आज पवार ने अपने इस निर्णय को सही बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र की शिवसेनानीत सरकार को गिराना चाहती है। लेकिन सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। दूसरी ओर भाजपा की महिला नेता चित्रा वाघ ने शिकायत वापस लेनेवाली महिला के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करने के आरोप में आईपीसी की धारा 192 के तहत कार्रवाई की मांग की है।


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