महाराष्ट्र के पालघर में आकाशीय बिजली गिरने से दो की मौत, छह घायल
Lightning strikes in Palgharमहाराष्ट्र के पालघर में रविवार दोपहर वाडा और दहानू जिलों में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गयी और छह बुरी तरह घायल हो गये।
मुंबई, एएनआइ। देश के कई इलाकों में मानसूनी बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कहीं बाढ़ से लोग परेशान हैं तो कहीं बारिश की वजह से फसलों को नुकसान पहुंचने के कारण। इस बीच महाराष्ट्र के पालघर में रविवार को आकाशीय बिजली गिरने से कई लोग इसकी चपेट में आ गये जिनमें से दो की मौत हो गयी। मिली जानकारी के अनुसार 6 सितंबर की दोपहर महाराष्ट्र के पालघर जिले के वाडा और दहानू में भारी बारिश के बीच आकाशीय बिजली गिरने की दो घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गयी और छह अन्य लोग बुरी तरह से घायल हो गये।
जिला दहानू के तहसीलदार राहुल सारंग के अनुसार तावा के नामपदा गांव में रहने वाला 20 वर्षीय नितेश तुंबडा नामक शख्स आकाशीय बिजली की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गयी जब दो अन्य लोग बुरी तरह झुलस गये। दूसरा हादसा जिला वाडा में अंबिस्ते खुर्द में हुआ यहां बिजली गिरने से 17 वर्षीय शांताराम दिवा की मौत हो गयी और चार अन्य लोग बुरी तरह से झुलस गये। घायलों को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है।
क्यों कड़कती है बिजली?
बरसात के मौसम में बारिश के साथ आसमान में बिजली के कड़कने और गिरने की घटनायें सामने आती है। लेकिन क्या आपको पता है कि बिजली क्यों कड़कती है? दरअसल आसमान में अपोजिट एनर्जी के बादल हवा से उमड़ते और घुमड़ते रहते हैं। दो बादल जब विपरीत दिशा में जाते हुए टकराते हैं तो इनमें होने वाले घर्षण से बिजली पैदा होती है जो धरती पर गिर जाती है।
आसमान में किसी प्रकार का कंडक्टर न होने से बिजली पृथ्वी पर कंडक्टर की तलाश में पहुंच जाती है, जो (नुकसान पहुंचाती है। धरती पर पहुंचने के बाद बिजली को कंडक्टर की जरूरत पड़ती है। आकाशीय बिजली जब लोहे के खंभों के अगल-बगल से गुजरती है तो वह कंडक्टर का काम करती है। उस समय कोई व्यक्ति यदि उसके संपर्क में आता है तो इसकी चपेट में आने उसकी जान तक जा सकती है।