World Population Day: अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए जनसंख्या नियंत्रण जरूरी: शरद पवार
World Population Day शरद पवार ने रविवार को कहा देश की अर्थव्यवस्था की बेहतरी निरंतरता और लोगों की खुशहाली के लिए जनसंख्या को नियंत्रित करने की जरूरत है। पवार के इस बयान से साफ है कि जनसंख्या नियंत्रण के पक्ष में और पार्टियों में भी माहौल तैयार हो सकता है।
मुंबई, एएनआइ। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रस्तावित जनसंख्या नियंत्रण विधेयक के मसौदे के मद्देनजर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा देश की अर्थव्यवस्था की बेहतरी, निरंतरता और लोगों की खुशहाली के लिए जनसंख्या को नियंत्रित करने की जरूरत है। पवार के इस बयान से साफ है कि जनसंख्या नियंत्रण के पक्ष में और पार्टियों में भी माहौल तैयार हो सकता है। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर पवार ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था, सकल राष्ट्रीय आय, स्वस्थ जीवन स्तर और संतुलित वातावरण को बनाए रखने के लिए जनसंख्या नियंत्रण का संदेश दूर-दूर तक पहुंचाने की आवश्यकता है। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर हर जागरूक नागरिक को जनसंख्या नियंत्रण में योगदान करने की प्रतिबद्धता व्यक्त करना चाहिए।
महाराष्ट्र में सहकारिता आंदोलन पर नए मंत्रालय का नहीं होगा असर
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने उन खबरों का खंडन किया, जिनमें दावा किया गया था कि केंद्र में नवगठित सहकारिता मंत्रालय महाराष्ट्र में सहकारिता आंदोलन को ठिकाने लगा सकता है। प्रेट्र के अनुसार रविवार को उन्होंने बारामती शहर में संवाददाताओं से कहा कि यह अवधारणा नई नहीं है, लेकिन केंद्र राज्य के सहकारी क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं कर सकता। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र का नवगठित मंत्रालय बहु-राज्य सहकारी संस्थानों के बारे में है। पवार ने कहा कि एक प्रदेश, अधिक राज्यों में पंजीकृत सहकारी संस्था को नियंत्रित नहीं कर सकता। ऐसे में हाल ही में गठित मंत्रालय कई राज्यों में फैले सहकारी संस्थाओं के लिए है। उल्लेखनीय है केंद्र सरकार ने हाल ही में सहकारिता मंत्रालय गठित कर उसकी कमान अमित शाह को सौंपी है।
महाराष्ट्र विधानसभा का अगला स्पीकर होगा कांग्रेस का
प्रेट्र के अनुसार राकांपा प्रमुख ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के तीन घटक दलों ने फैसला किया है कि महाराष्ट्र विधानसभा का अगला अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी का होगा। कांग्रेस जो भी फैसला करेगी उसका हम सभी समर्थन करेंगे। उल्लेखनीय है कांग्रेस विधायक नाना पटोले के इस साल फरवरी में पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष का पद संभालने के लिए इस्तीफा देने के बाद यह पद खाली हो गया था।