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साईं के दरबार से पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला

प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी है कि दशहरे पर महाराष्ट्र के ढाई लाख बहनों-भाइयों को उनके घरों की चाभियां सौंपने का अवसर मुझे मिल रहा है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Fri, 19 Oct 2018 07:07 PM (IST)Updated: Sat, 20 Oct 2018 12:43 AM (IST)
साईं के दरबार से पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला
साईं के दरबार से पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला

राज्य ब्यूरो, मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरडी में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को घरों नए घरों की चाभी सौंपने के बाद कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि ऐसे प्रयास तो पहले भी होते रहे हैं, लेकिन उनका मकसद एक विशेष परिवार के नाम का प्रचार करना ही अधिक रहा है।

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मोदी शुक्रवार को महाराष्ट्र के अहमदनगर स्थित शिरडी में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। वह साईंबाबा की समाधि के शताब्दी समारोह में समापन में हिस्सा लेने आए थे। इस अवसर पर उन्होंने साईं मंदिर में जाकर साईं बाबा की पूजा और आरती में भी भाग लिया और वहां अतिथि पुस्तिका में लिखा कि आज की वैश्विक परिस्थिति में उनका श्रद्धा और सबुरी का संदेश मानवता को प्रेरित करता है एवं विश्वशांति के लिए उनका मंत्र – ‘सबका मालिक एक है’ सर्वोपरि है। हम साईंबाबा के चरणों में यह प्रार्थना कर रहे हैं कि उनके सभी भक्तों को उनका आशीर्वाद एवं सुख-शांति प्राप्त हो। साईं दर्शन के बाद मंदिर के निकट ही आयोजित एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से आए प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को उनके नए घरों की चाभियां सौंपी और कई जिलों के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात भी की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों को लाभ पहुंचाने के इस प्रकार के प्रयास पहले भी होते रहे हैं। लेकिन उनकी गति काफी धीमी रही है। प्रधानमंत्री ने उदाहरण देते हुए बताया कि संप्रग के अंतिम चार वर्षों के कार्यकाल में गरीबों के लिए सिर्फ 25 लाख घर बनाए गए, जबकि राजग सरकार में पिछले चार वर्षों में एक करोड़, पच्चीस लाख घर बनाए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री के अनुसार, पहले की गति से ही काम होता, तो इतने लोगों को घर मिलने में 20 साल लग जाते। इसी कड़ी में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि उस समय काम गरीबों के कल्याण को ध्यान में रखकर नहीं, बल्कि एक परिवार विशेष के नाम का प्रचार करने की नीयत से ज्यादा किया जाता था। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी है कि दशहरे के इस पावन अवसर पर महाराष्ट्र के ढाई लाख बहनों-भाइयों को उनके घरों की चाभियां सौंपने का अवसर मुझे मिल रहा है। अपने इस विशाल परिवार के सदस्यों को एक साथ गृहप्रवेश कराने से बड़ी दशहरे की पूजा भला मेरे लिए और क्या हो सकती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अपना घर जीवन को आसान बना देता है। गरीबी से लड़ने के लिए नया उत्साह पैदा करता है। इसी बात का ध्यान रखते हुए सरकार ने 2022 तक सबको घर देने का लक्ष्य सरकार ने निर्धारित किया है। मुझे खुशी है कि करीब-करीब आधा रास्ता हम तय कर चुके हैं। गरीब हो, या मध्यम वर्ग। पिछले चार वर्षों में उसे झुग्गी या किराए के घर से निकालकर, उसका अपना घर देने की दिशा में सरकार ने गंभीर प्रयास किए हैं। प्रधानमंत्री के अनुसार, घर अच्छा हो, उसमें बिजली हो, शौचालय हो, गैस कनेक्शन हो, इस पर पहले कम ही ध्यान दिया गया। जब किसी योजना के मूल में स्वार्थ के बजाय गरीब के कल्याण को ध्यान में रखा जाता है, तब काम की गति कैसे बढ़ती है, यह आज देश के सामने है। प्रधानमंत्री द्वारा कही गई यह बात उनके भाषण से पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लाभार्थियों से बातचीत के दौरान भी सामने आई। जिसमें कई महिलाओं ने माना कि उन्हें घर के साथ-साथ बिजली, गैस का कनेक्शन और शौचालय भी मिला है, और वे उसका उपयोग भी कर रहे हैं।


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