महाराष्ट्र ने तलाशा सिंगल यूज प्लास्टिक का स्मार्ट विकल्प, चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान
सिंगल यूज प्लास्टिक के स्मार्ट विकल्प के रूप में महाराष्ट्र में थैला एटीएम के प्रयोग दूसरे राज्यों के लिए एक उदाहरण के रूप में सामने आया है। विटा नगर परिषद ने विकल्प के रूप में दुकानदारों और खरीदारों को थैले मुहैया कराने के लिए पांच जगह थैला एटीएम लगाया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सिंगल यूज प्लास्टिक (एसयूपी) के स्मार्ट विकल्प के रूप में महाराष्ट्र में थैला एटीएम के प्रयोग दूसरे राज्यों के लिए एक उदाहरण के रूप में सामने आया है। शहरी विकास मंत्रालय अपने स्वच्छ भारत मिशन के एक अंग के रूप में एसयूपी पर प्रतिबंध लगाने और उसका इस्तेमाल न करने के प्रति एक जागरूकता अभियान चला रहा है और इसी के तहत राज्यों की कुछ अच्छी पहलों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी के तहत महाराष्ट्र ने स्वच्छ सर्वेक्षण में अच्छे प्रदर्शन के बाद एसयूपी को ना कहने में भी उल्लेखनीय शुरुआत की है।
विटा नगर परिषद का थैला एटीएम का प्रयोग बना उदाहरण
विटा नगर परिषद ने एक विकल्प के रूप में दुकानदारों और खरीदारों को थैले मुहैया कराने के लिए भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पांच जगह थैला एटीएम लगाया है। यह बिल्कुल सामान्य एटीएम की तरह काम करती है। इसमें सिक्का या नोट डालने पर वेंडिंग मशीन से थैला मिल जाता है। ये थैले सूती कपड़े से बने हैं, जिन्हें फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है।
एटीएम यूजर को वाइसओवर के जरिये मशीन आपरेट करने की जानकारी भी दी जाती है। जैसे ही मशीन में थैलों की संख्या तय सीमा से कम होती है, नगर परिषद को एक अलर्ट मैसेज पहुंच जाता है और इसे रिफिल कर दिया जाता है।