Bhandara Hospital Fire: सीएम उद्धव ठाकरे पहुंचे भंडारा के जिला अस्पताल, कहा-संभागीय आयुक्त के नेतृत्व में जांच होगी
Bhandara Hospital Fire मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। राज्य सरकार ने मारे गए बच्चों के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। अस्पताल के सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट में शुक्रवार-शनिवार की मध्यरात्रि करीब 1.30 बजे आग लग गई।
मुंबई, एएनआइ। Bhandara Hospital Fire: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रविवार को भंडारा के जिला अस्पताल पहुंचे। यहां शनिवार को आग लगने से दस बच्चों की मौत हो गई थी। उद्धव ने कहा कि इस मामले की जांच हो। संभागीय आयुक्त के नेतृत्व में जांच होगी। मैंने सभी अस्पतालों के फायर ऑडिट का निर्देश दिया है। इधर, अस्पताल में आग लगने के स्पष्ट कारणों का अभी पता नहीं लग सका है। हालांकि, बिजली के शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। राज्य सरकार ने मारे गए बच्चों के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। अस्पताल के सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट में शुक्रवार-शनिवार की मध्यरात्रि करीब 1.30 बजे आग लग गई।
उस समय इस वार्ड में एक माह से तीन माह के 17 नवजात शिशु रखे गए थे। सबसे पहले एक नर्स ने आग देखी और अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों व सुरक्षाकर्मियों को सूचित किया। जल्द ही आग बुझाने की कोशिश शुरू कर दी गई। इसके बावजूद सिर्फ सात शिशुओं को सुरक्षित निकाला जा सका। तीन शिशुओं की जलने से व सात की दम घुटने से मौत हो गई। सिविल सर्जन डॉ. प्रमोद खंडाते के अनुसार वार्ड में अग्निशमन यंत्र मौजूद थे। अस्पताल के कर्मचारियों ने उनका उपयोग कर आग बुझाने की कोशिश भी की, लेकिन वार्ड में धुआं अधिक भर जाने के कारण ज्यादातर शिशुओं की दम घुटने से मौत हो गई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि अस्पताल में मौजूद स्टाफ ने जल्दी ही वार्ड की खिड़कियों को खोल दिया था।
इसके बावजूद 10 बच्चों को बचाया नहीं जा सका। विपक्षी दल भाजपा ने सरकार पर अस्पताल की सुरक्षा में ढिलाई बरतने का आरोप लगाया है। पूर्व की भाजपा सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे चंद्रशेखर बावनकुले के अनुसार मारे गए शिशुओं के संबंधी एक सप्ताह से उक्त वार्ड में बिजली की गड़बड़ी की शिकायत अस्पताल प्रशासन से करते आ रहे थे, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।