Maharashtra: बाघिन की शिकार महिला वन रक्षक के परिवार को 15 लाख देगी महाराष्ट्र सरकार
Maharashtra उद्धव ठाकरे ने बाघिन के हमले में जिस महिला वन रक्षक की जान गई है उसके परिवार को अनुग्रह राशि के रूप में 15 लाख रुपये देने की घोषणा की है। केंद्रीय वन व पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने दिवंगत महिला वन रक्षक के लिए शोक संवेदना व्यक्त की।
मुंबई, प्रेट्र। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बाघिन के हमले में जिस महिला वन रक्षक की जान गई है उसके परिवार को अनुग्रह राशि के रूप में 15 लाख रुपये देने की घोषणा की है। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने दिवंगत महिला वन रक्षक के लिए शोक संवेदना व्यक्त की है। एक दिन पहले शनिवार को राज्य के चंद्रपुर जिले में ताडोबा अंधारी बाघ अभयारण्य (टीएटीआर) में एक बाघिन के हमले में महिला वन रक्षक की जान चली गई थी।टीएटीआर में बाघों की संख्या गिनने के तहत हो रहे सर्वे के दौरान शनिवार सुबह बाघिन ने वन रक्षक स्वाती धुमने पर हमला कर दिया जिसमें उनकी मौत हो गई। धुमने की मौत पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पति को वन विभाग में नौकरी दी जाएगी।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री यादव ने धुमने की मौत पर शोक जताते हुए वन विभाग के अग्रिम पंक्ति के नायकों की सराहना की। केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया कि स्वाती धुमने के निधन से आहत हुआ। हमारे अग्रिम पंक्ति के वन विभाग के नायक खतरे के बावजूद काम कर रहे हैं। धुमने के परिवार को मेरा शोक संदेश। उनकी आत्मा को शांति मिले। ओम शांति।' गौरतलब है कि महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के ताडोबा अंधारी बाघ अभयारण्य (टीएटीआर) में शनिवार सुबह एक बाघिन ने महिला वन रक्षक स्वाति दुमाने की जान ले ली थी। टीएटीआर के मुख्य क्षेत्र में कोलारा वन रेंज में पदस्थ स्वाति, बाघों की गिनती के लिए तीन अन्य कर्मियों के साथ सर्वे कर रही थी। टीएटीआर के मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) डा. जितेंद्र रामगांवकर ने कहा, 'दुमाने ने तीन सहायकों के साथ अखिल भारतीय बाघ अनुमान (एआइटीई)-2022 के तहत शनिवार सुबह सात बजे सर्वे शुरू किया। कोलारा गेट से कंपार्टमेंट नंबर 97 तक लगभग चार किलोमीटर चलने के बाद, टीम को एक बाघिन सड़क पर बैठी दिखी। आधे घंटे तक प्रतीक्षा करने के बाद टीम ने जंगल के एक घने हिस्से से चक्कर लगाने की कोशिश की।'बाघिन ने उनका पीछा किया और दुमाने पर हमला कर दिया। वह तीन सहायकों के ठीक पीछे चल रहीं थीं। बाघिन उन्हें घसीटकर जंगल के अंदर ले गई। बाद में घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव की तलाश की। बाद में शव पोस्टमार्टम के लिए चिमूर सरकारी अस्पताल भेज दिया गया।