बोलते रहेंगे ‘भारत माता की जय’, चाहे कुर्सी ही क्यों न चली जाए : फडणवीस
भारत माता की जय’नारे को लेकर सोमवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने कहा कि सीएम देवेंद्र फडणवीस को माफी मांगनी चाहिए। इस पर फडणवीस ने विधानसभा में विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे ‘भारत माता की जय’ बोलना नहीं छोड़ेंगे, चाहे
मुंबई। ‘भारत माता की जय’नारे को लेकर सोमवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने कहा कि सीएम देवेंद्र फडणवीस को माफी मांगनी चाहिए। इस पर फडणवीस ने विधानसभा में विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे ‘भारत माता की जय’ बोलना नहीं छोड़ेंगे, चाहे कुर्सी ही क्यों न चली जाए। इस मुद्दे पर हंगामें के कारण सदन की कार्यवाही कई बार बाधित हुई।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटील ने कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिए यह मुद्दा उठाया।
गौरतलब है कि नाशिक में भाजपा की बैठक में फडणवीस ने कहा था कि जो ‘भारत माता की जय’ नहीं बोल सकता, उसे देश में रहने का अधिकार नहीं है। पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने आरोप लगाया कि सरकार संघ के निर्देशों पर चल रही है।
राकांपा सदस्य जीतेंद्र आव्हाड ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की। इस पर राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे ने कहा कि हमें आपके देश व इशरत प्रेम पर कोई शक नहीं है। विखे पाटील ने खडसे की बात को कार्यवाही से निकालने की मांग की। विधानसभा स्पीकर ने जांच कर मामले पर फैसला लेने की बात कही।
सीएम ने कहा कि वे 603वें उर्स के मौके पर मुंबई स्थित मकदूम शाह बाबा की दरगाह पर गए थे, जहां मुस्लिम समुदाय के 500 से ज्यादा बड़े धर्मगुरु मौजूद थे। वहां तिरंगा लहराया गया और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए गए।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले इसी सदन ने एक सदस्य को ‘भारत माता की जय’ नहीं बोलने पर सर्वसम्मति से निलंबित किया था। इस पर विपक्ष भी सहमत था। फडणवीस ने कहा कि सांसद जावेद अख्तर ने हाल ही में राज्यसभा में कहा था कि ‘भारत माता की जय’बोलना हमारा अधिकार है। इसे मुझसे कोई नहीं छीन सकता।
सदन में विपक्ष ने लहराया तिरंगा
विपक्षी सदस्य विधानसभा में तिरंगा लहराकर नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस सदस्य नसीम खान ने ‘भारत माता की जय’ का मुद्दा उठाया तो शिक्षामंत्री विनोद तावड़े ने कहा कि कांग्रेस पहले यह स्पष्ट करे कि क्या वह भारत माता की जय बोलने के खिलाफ हैं?
वहीं, विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष धनंजय मुंडे ने कहा कि लातूर में एमआईएम के नेता ओवैसी ने जब यह नारा लगाने से इनकार कर दिया तो उनको गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया।
फडणवीस ने नागपुर में नहीं फहराने दिया था तिरंगा
विधानभवन में पत्रकारों से बातचीत में राधाकृष्ण विखे पाटील ने कहा कि 16 वर्ष पहले नागपुर के संघ मुख्यालय पर तिरंगा न फहराने देने वाले फडणवीस आज हमें देशभक्ति सिखा रहे हैं।
संविधान में ऐसे नारे का जिक्र नहीं
सपा विधायक अबु आसिम आजमी ने कहा कि क्या जो ‘भारत माता की जय’ नहीं कहेगा, उसे देश से निकाल दिया जाएगा? कहा कि देश संविधान से चलेगा और संविधान में ऐसा नहीं कहा गया है कि ‘भारत माता की जय’ बोलना अनिवार्य है।