पूर्व नेवी अफसर मदन शर्मा ने किया ऐलान, कहा- आज से मैं भाजपा आरएसएस के साथ हूं
पूर्व नौसेना अधिकारी मदन शर्मा ने महाराष्ट्र के राज्यपाल से मुलाकात की। सोशल मीडिया पर उद्धव ठाकरे का कार्टून फॉरवर्ड करने को लेकर पूर्व नौसेना अधिकारी की हुई थी पिटाई।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोशियारी ( Bhagat singh Koshiyari) से मुलाकात के बाद पूर्व नेवी ऑफिसर मदन शर्मा ने कहा कि आज के बाद से मैं भाजपा और आरएसएस के साथ हूं। जब मुझे पीटा गया तो वे आरोप लगा रहे थे कि मैं आरएसएस से हूं। मैं अब ऐलान करता हूं कि मैं भाजपा -आरएसएस के साथ हूं। उधर, उनकी पिटाई करने वाले छह आरोपियों को फिर से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कार्टून सोशल मीडिया पर फॉरवर्ड करने को लेकर शिवसेना Shiv sena) कार्यकताओं ने सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी मदन शर्मा की उनके निवास के बाहर उनके साथ मारपीट की थी। शिकायत दर्ज करवाने पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था और बाद में जमानत पर छोड़ भी दिया था।
पूर्व नौसेना अधिकारी मदन शर्मा की शिवसैनिकों द़वारा पिटाई का ये मामला रक्षा मंत्रालय तक पहुंच गया था। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व नौसेना अधिकारी से फोन पर बात कर कहा था कि पूर्व सैनिकों पर इस तरह के हमले पूरी तरह से अस्वीकार्य और निंदनीय हैं। रक्षामंत्री ने न सिर्फ उक्त बुजुर्ग नौसैनिक से बात की, बल्कि भाजपा नेताओं ने इस घटना के विरोध में धरना भी दिया। देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने स्वयं ट्वीट कर यह जानकारी दी थी उन्होंने लिखा है कि पूर्व सैनिकों पर इस प्रकार के हमले बिल्कुल अस्वीकार्य एवं खेदजनक हैं। हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। अस्पताल से इलाज के बाद घर पहुंचे मदन शर्मा ने बताया कि रक्षामंत्री ने मेरे साथ हुए हादसे की निंदा की और दुख भी व्यक्त किया। रक्षामंत्री ने मदन शर्मा की हर संभव मदद की बाद करते हुए कहा था कि आप चिंता न करें।
मदन शर्मा ने अपने साथ हुई इस निंदनीय घटना की जानकारी देते हुए बताया कि शिवसैनिकों ने मेरी बिना कोई बात सुने ही मुझे पीटना शुरु कर दिया। मैंने उनसे कहा कि मैं डिफेंस से हूं और बुजुर्ग नागरिक हूं। लेकिन उन लोगों ने मेरी कोई बात नहीं सुनी। शर्मा ने बताया कि पहले तो उन्होंने मुझे मारा और फिर मुझे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को बुला लिया। ये लोग मुझे जेल ले जाकर मारना चाहते थे, लेकिन स्थानीय विधायक अतुल भातखलकर और रानी द्विवेदी ने बचा लिया। अगर ये लोग समय पर न होते तो मैं आज आपके सामने नहीं होता।