महाराष्ट्र के अहमदनगर में दूध की कीमतों को लेकर डेयरी किसानों का विरोध प्रदर्शन
अहमदनगर में डेयरी किसान दूध के दाम बढ़ाने की मांग को लेकर सड़कों पर दूध बिखेरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
अहमदनगर, एएनआइ। कोरोना संकट के बीच महाराष्ट्र में दूध उत्पादकों का प्रदर्शन जारी है, महाराष्ट्र के अहमदनगर में भी शनिवार सुबह से ही डेयरी किसान दूध की अधिक दरों की मांग को लेकर सड़कों पर दूध बिखेरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। एआईकेएस के महासचिव अजीत नवले ने कहा कि, "हमारी मांग है कि दूध की कीमत कम से कम 30 रुपये प्रति लीटर होनी चाहिए।"
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के अलग-अलग स्थानों पर स्वाभिमानी शेतकरी संगठन लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहा है। 21 जुलाई को भी महाराष्ट्र के हिंगोल में शेतकरी संगठन दूध के टैंकर को आग के हवाले कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने टायर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाई तो वहीं परभणी के औंढ़ा इलाके में ट्रक को जबरन रुकवाकर आंदोलन किया। दरअसल स्वाभिमानी शेतकरी संगठन की ओर से दूध उत्पादक किसानों को दूध और दूध पाउडर के लिए अधिक दाम दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन का ऐलान किया गया था। और अब डेयरी किसानों की इस मुहिम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी दूध उत्पादक किसानों के लिए आंदोलन करने की बात कही है।
बारामती में भाजपा और राष्ट्रीय समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तहसील कार्यालय पर हमला बोलते हुए, सड़कों पर दूध फेंककर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। पुलिस ने इस मामले में पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया था। बारामती के साथ-साथ इंदापुर में भी पूर्व मंत्री हर्षवर्धन पाटिल ने सीएम उद्धव ठाकरे को दूध की केतली भेंट कर दूध उत्पादक किसानों की खरीद रेट बढ़ाने की मांग की थी। पुणे में भी डेयरी किसानों ने दूध के दामों में 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने की मांग की थी।
सांसद गिरीश बापट, पूर्व विधायक जगदीश मुलिक ने पुणे के जिलाधिकारी नवल किशोर राम को दूध की थैली भेंट कर किसानों को मुआवजा देने की मांग करते हुए दूध के दाम बढ़ाये जाने की भी मांग की थी। राज्य में डेयरी किसानों का दूध के दाम में 10 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी के साथ दूध पाउडर के लिए 50 रुपये अनुदान देने की मांग को लेकर उद्धव सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी है।