लोकपाल की नियुक्ति नहीं हुई तो 30 जनवरी से अनशन करेंगे अन्ना
अन्ना हजारे ने राजग सरकार पर आरोप लगाया कि वे किसी न किसी बहाने से केंद्र में लोकपाल और राज्य में लोकायुक्त नियुक्त करने से बच रही है।
मुंबई, पीटीआइ। समाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शनिवार को कहा कि अगर जल्द से जल्द लोकपाल नियुक्त नहीं किया गया तो वे अपने गांव रालेगण सिद्धी में 30 जनवरी से भूख हड़ताल करेंगे। अन्ना ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को लिखे एक खत में हजारे ने राजग सरकार पर आरोप लगाया कि वे किसी न किसी बहाने से केंद्र में लोकपाल और राज्य में लोकायुक्त नियुक्त करने से बच रही है।
हजारे के अनुसार मोदी सरकार ने शुरु में यह कहा था कि लोकपाल नियुक्त नहीं किया जा सकता क्योंकि लोकसभा में कोई विपक्ष का नेता नहीं है तो बाद में यह कहकर मना कर दिया कि चयन समिति में कोई प्रतिष्ठित न्यायवादी नहीं है।
हजारे ने कहा कि इस साल 23 मार्च को वे इस मांग को लेकर भूख हड़ताल पर थे लेकिन सरकार से इस पर लिखित आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने इसे खत्म किया था। उन्होंने इसके लिए 2 अक्टूबर की समयसीमा तय की थी। इस दिन के बाद ही मैं अपने गांव में अनशन पर बैठने वाला था, लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और कुछ अन्य नेताओं ने एक बार फिर आश्वासन दिया कि लोकपाल और लोकायुक्त चुनने की प्रक्रिया अंतीम दौर में है जिसके बाद मैंने उन्हें एक मौका देने और अगले साल 30 जनवरी तक इंतजार करने का निर्णय किया। लेकिन सरकार के रवैये को देखकर यह नहीं लग रहा कि सरकार इसे गंभीरता से ले रही है।