Lockdown: प्रवासियों के लिए विशेष ट्रेनों की मांग अजीत पवार ने भी उठाई
Lockdown. अजीत पवार ने रेलमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद अचानक प्रवासियों में अपने गांव जाने की भगदड़ मचेगी इससे कानून-व्यवस्था की समस्या हो सकती है।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी वीरवार को रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर मुंबई-पुणे में रह रहे अन्य राज्यों के प्रवासियों को लॉकडाउन के बाद घर भेजने की मांग की है। इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एवं राज्य के कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे भी यह मांग कर चुके हैं।
अजीत पवार ने रेलमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा कि तीन मई को लॉकडाउन खत्म होने के बाद अचानक प्रवासियों में अपने गांव जाने की भगदड़ मचेगी, इससे कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी हो सकती है। इसलिए मुंबई और पुणे से इन श्रमिकों के लिए पहले से विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की जानी चाहिए।
पवार ने लिखा कि केंद्र सरकार द्वारा 24 मार्च से राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन लागू करने के बाद से ही उत्तर प्रदेश, बिहार सहित अन्य राज्यों के प्रवासी श्रमिक महाराष्ट्र में जगह-जगह अटके पड़े हैं। ऐसे करीब 6.5 लाख प्रवासियों के लिए निवास एवं भोजन की व्यवस्था राज्य सरकार की तरफ से की गई है। स्वयंसेवी संस्थाएं भी इनके भोजन इत्यादि की व्यवस्था कर रही हैं। लॉकडाउन के कारण इन श्रमिकों के लिए राज्य में काम नहीं है। इसलिए करीब डेढ़ महीने शिविर में रहने के बाद ये लोग अपने घर जाना चाहते हैं। इसलिए लॉकडाउन खुलते ही इनमें अपने घर जाने की होड़ मचेगी। रेल मंत्राल को ऐसी स्थिति के लिए तैयार रहते हुए लॉकडाउन के बाद विशेष ट्रेनें छोड़ने पर विचार करना चाहिए।
इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व उनके पुत्र आदित्य ठाकरे की ओर से भी प्रवासियों को उनके घर भेजने की मांग की जा चुकी है। फर्क सिर्फ इतना है कि अजीत पवार विशेष ट्रेनें चलाने की मांग लॉकडाउन समाप्त होने के बाद की है, ताकि कानून-व्यवस्था को नियंत्रित रखते हुए प्रवासियों को घर भेजा जा सके। जबकि उद्धव एवं आदित्य ठाकरे ने लॉक डाउन के दौरान भी प्रवासियों को घर भेजने की मांग उठाई थी।
दूसरी ओर, मुंबई और गुजरात में उत्तर प्रदेश मूल के प्रवासियों के बीच काम करने वाली सामाजिक संस्था उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट फोरम ने भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मुंबई में बड़ी संख्या में रह रहे प्रवासियों की समस्याओं से अवगत कराया गया है।
यूपीडीएफ के महासचिव पंकज जायसवाल ने मुंबई में फंसे प्रवासियों के लिए स्वच्छ शिविरों की स्थापना एवं भोजन की व्यवस्था करने के साथ-साथ उनके लिए विशेष ट्रेनें भी चलाने की मांग की है। क्योंकि उत्तर प्रदेश और बिहार के ज्यादातर प्रवासी इन दिनों अपने गांव वापस जाना चाह रहे हैं।