मुंबई: अस्पतालों ने भर्ती करने से किया इंकार, महिला ने लोकल ट्रेन में दिया बच्चे को जन्म
एक महिला ने मुंबई की लोकल टृेन में बच्चे को जन्म दिया, प्रसव पीड़ा के बावजूद महिला को दो अस्पतालों ने भर्ती करने से मना कर दिया था।
मुंबई, प्रेट्र। मुंबई में महानगर पालिका के दो अस्पतालों के भर्ती नहीं करने के बाद एक महिला ने लोकल ट्रेन में बच्चे को जन्म दिया। यह मामला 25 अक्टूबर का है। महिला के पति ने सोमवार को आरोप लगाया की प्रसव पीड़ा के बावजूद महिला को भर्ती नहीं किया गया और सेंट्रल मुंबई स्थित किसी दूसरे अस्पताल में ले जाने के लिए कहा।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मामले को गंभीरता से लेते हुए अस्पतालों के गैर व्यवसायिक और अनैतिक व्यवहार की जांच कराने का फैसला लिया गया है।
ट्रेन में बच्चे को जन्म देने वाली महिला का नाम सुरेखा तिवारी है। घटना उस समय हुई, जब भायंदर के टेंभा और कांदिवली के शताब्दी अस्पतालों ने उन्हें लौटा दिया। इसके बाद वह अपने पति सुशील तिवारी के साथ दादर से सेंट्रल मुंबई स्थित नायर अस्पताल जा रहीं थीं। लेकिन दादर स्टेशन पर ही बच्चे का जन्म हो गया। इसकेबाद लोगों की सलाह पर सुशील केईएम अस्पताल चले गए। यहां डॉक्टरों ने सुरेखा को आइसीयू में भर्ती किया और बताया कि जन्म के समय बच्चे का वजन सिर्फ 950 ग्राम था। हालांकि अब वह पूरी तरह ठीक है।
बीएमसी संचालित अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर शशिकांत वाडेकर ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी। वहीं, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।