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Sero Survey In Mumbai: बीएमसी के सीरो सर्वे में मुंबई में 86 फीसद लोगों में मिली एंटीबाडी

Sero Survey In Mumbai बीएमसी के सीरो सर्वेक्षण में मुंबई में 86.64 फीसद कोविड19 के एंटीबाडी पाए गए। 90.26 फीसद लोगों में एंटीबाडी पाए गए जिन्हें पूर्ण या आंशिक रूप से टीका लगाया गया था। 79.86 फीसद अशिक्षित नागरिकों में एंटीबाडी पाए गए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 17 Sep 2021 08:25 PM (IST)Updated: Fri, 17 Sep 2021 08:25 PM (IST)
Sero Survey In Mumbai: बीएमसी के सीरो सर्वे में मुंबई में 86 फीसद लोगों में मिली एंटीबाडी
बीएमसी के सीरो सर्वे में मुंबई में 86 फीसद लोगों में मिली एंटीबाडी। फाइल फोटो

मुंबई, एएनआइ। Sero Survey In Mumbai: बीएमसी क्षेत्राधिकार क्षेत्र में पांचवें सीरो सर्वेक्षण में मुंबई में 86.64 फीसद कोविड19 के एंटीबाडी  पाए गए। 90.26 फीसद लोगों में एंटीबाडी पाए गए, जिन्हें पूर्ण या आंशिक रूप से टीका लगाया गया था। 79.86 फीसद अशिक्षित नागरिकों में एंटीबाडी पाए गए। इधर, महाराष्ट्र में पहले के मुकाबले कोरोना के मामलों में काफी कमी आई है। कोरोना से होने वाली मौतें भी कम हुईं हैं। इस बीच, बीते 24 घंटों में देश में कोरोना के 30,570 नए मामले आने से अब तक संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़कर 3,33,47,325 हो गई। इन नए मामलों में 22,182 मामले अकेले केरल में दर्ज किए गए। इस दौरान देश में कोरोना से 431 लोगों की मौत भी हुई जिसमें से 182 मौतें केरल में दर्ज की गईं। गुरुवार सुबह आठ बजे स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार फिलहाल सक्रिय मामलों की संख्या 3,43,923 है। देश में कुल 77.15 करोड़ टीके लगाए जा चुके है। गुरुवार को रात 11.30 बजे तक 63.39 लाख टीके लगाए गए।

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इधर, कोरोना की घातक बीमारी मरीजों के लिवर के साथ ही गाल ब्लाडर पर भी गंभीर असर डाल रही है। गंगाराम अस्पताल में कोरोना से ठीक हुए पांच मरीजों के गाल ब्लाडर में गैंग्रीन होने का मामला सामने आया है। उनके गाल ब्लाडर का ज्यादातर हिस्सा गल गया था, जिसे डाक्टरों ने दूरबीन की मदद से सर्जरी कर निकाल दिया और उनकी जान बचाने में कामयाब रहे। अस्पताल के डाक्टरों का दावा है कि देश में पहली बार कोरोना से ठीक हुए मरीजों के गाल ब्लाडर में इस तरह का गंभीर संक्रमण देखा गया है। गंगाराम अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलाजी विभाग के चेयरमैन डा. अनिल अरोड़ा ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद जून से अगस्त के बीच ये मरीज देखे गए। इन सभी को कोरोना हुआ था। इन मरीजों की उम्र 37 से 75 वर्ष के बीच है। इसमें चार पुरुष व एक महिला मरीज शामिल हैं। इन्हें बुखार, पेट के दाहिने हिस्से में दर्द व उल्टी की परेशानी थी। इनमें तीन मरीजों ने कोरोना के इलाज में स्टेरायड का इस्तेमाल किया था। 


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