GST Fraud: इंदौर में 12 करोड़ रुपये के जीएसटी फर्जीवाड़े में दो गिरफ्तार, फर्म का मालिक भी शामिल
इंदौर में जारी फर्जी जीएसटी रजिस्ट्रेशन सत्यापन अभियान के दौरान यह करवाई की गई। फर्म बनाकर बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) हासिल करने पर यह कारवाई की गई। दिनेश राठौर और आशीष अग्रवाल नाम के आरोपी फर्जी आईटीसी पास करने और बोगस बिल के साथ चालान भी बना रहे थे।
इंदौर, पीटीआई। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक निजी फर्म के मालिक और एक अन्य व्यक्ति को जीएसटी में फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। केंद्रीय जीएसटी आयुक्तालय के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि इन पर जीएसटी के तहत 12 करोड़ रुपये से अधिक के इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने के लिए फर्जी बिलों का इस्तेमाल करने का आरोप है।
बोगस बिल के साथ चालान भी बना रहे थे दोनों
इंदौर में जारी फर्जी जीएसटी रजिस्ट्रेशन सत्यापन अभियान के दौरान यह करवाई की गई। फर्म बनाकर बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) हासिल करने पर यह कारवाई की गई। दिनेश राठौर और आशीष अग्रवाल नाम के आरोपी फर्जी आईटीसी पास करने और बोगस बिल के साथ चालान भी बना रहे थे।
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12 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी
अधिकारी ने कहा कि खाद्यान्न की खरीद और बिक्री में शामिल फर्म ने कथित तौर पर फर्जी बिल पेश किए और 12 करोड़ रुपये से अधिक के इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाया। उन्होंने कहा कि सह-आरोपी ने कथित तौर पर गुजरात स्थित एक दलाल के माध्यम से कंपनी के मालिक को फर्जी फर्मों के फर्जी बिल मुहैया कराए। गुजरात के दलाल से जुड़ा यह शख्स कमीशन लेकर फर्जी बिल मुहैया कराता है।
अधिकारी ने कहा कि आरोपी को 2021 में जीएसटी धोखाधड़ी के इसी तरह के एक मामले में भी गिरफ्तार किया गया था। वर्तमान मामले में एक विस्तृत जांच चल रही है।