नवसंवत्सर समारोह केवल महापौर तक सिमटा
ग्वालियर, जागरण संवाददाता। सरकारी धन से मनाया जाने वाला नवसंवत्सर का आयोजन केवल महापौर समीक्षा गुप्ता तक सिमटकर रह गया। इस आयोजन का कांग्रेस पार्षदों ने तो बहिष्कार किया ही, साथ ही एमआईसी के ज्यादातर सदस्य व भाजपा पार्षद भी नदारद रहे। यहां तक कि निगम आयुक्त भी इसमें नहीं पहुंचे और जो भाजपा नेता वहां पहुंचे, उन्हें अर्ध्य देने के लिए पानी का बर्तन तक नहीं मिला।
नगर निगम हर वर्ष नवसंवत्सर समारोह का आयोजन करता है। इस बार यह आयोजन केवल महापौर तक ही सिमटकर रह गया। इस आयोजन के लिए पूरे शहर में निगम ने होर्डिग्स भी लगाए थे, लेकिन उसमें केवल महापौर श्रीमती गुप्ता का ही फोटो था। उधर कांग्रेसी पार्षदों ने इसके बहिष्कार की घोषणा पहले ही कर दी थी। आज शुक्रवार को सुबह जब यह कार्यक्रम शुरू हुआ तो केवल महापौर ही मौके पर पहुंची। थोड़ी देर बाद एमआईसी के तीन सदस्य, सतीश बोहरे, जगत सिंह कौरव व महेश गुप्ता जरूर पहुंच गए। यहां तक कि निगम आयुक्त वेदप्रकाश भी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। भाजपा पार्षदों में भी तीन-चार लोग नजर आए, बाकी 25 से ज्यादा पार्षदों ने इससे किनारा कर लिया। इसके अलावा निगम सभापति बृजेंद्र सिंह जादौन व पूर्व महापौर विवेक शेजवलकर भी आए, लेकिन उन्हें निगम कर्मचारियों ने सूर्य को अर्ध्य देने के लिए जल का बर्तन तक उपलब्ध नहीं कराया, जबकि महापौर सहित आमजन के पहले ही अर्ध्य देने के लिए बर्तन दिया गया था। दोनों भाजपा नेता इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोले। इससे यही लगा कि यह आयोजन सरकारी होने की बजाय केवल एक परिवार तक ही सीमित रह गया है और इससे जाहिर हो गया कि नवसंवत्सर जैसे कार्यक्रमों में भी राजनीति होने लगी है। भाजपा से जुड़े पार्षद भी उन्हें महत्व नहीं दिए जाने के कारण नाराज हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि महापौर का विरोध दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है, लेकिन संगठन के पदाधिकारी किसी प्रकार की बात सुनने को तैयार नहीं है।
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