Guna Encounter Case: गुना मुठभेड़ के दो फरार आरोपितों ने कोर्ट में किया सरेंडर, एसपी को भी हटाया गया
Madhya Pradesh गुना में वन्य प्राणियों का शिकार और तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के फरार दो आरोपितों ने सोमवार दोपहर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। सरकार ने गुना के पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा को भी हटा दिया है।
गुना, जेएनएन। Guna News: मध्य प्रदेश में गुना जिले के आरोन थाना क्षेत्र के जंगलों में वन्य प्राणियों का शिकार और तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के फरार दो आरोपितों ने सोमवार दोपहर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। इस बीच, गुना के पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार को भी हटाया गया है। अब आरोन पुलिस डायरी लेकर न्यायालय पहुंचेगी, जहां से उसे रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। दरअसल, 13 मई की मध्यरात्रि आरोन थाना क्षेत्र के शहरोक और सफा बरखेड़ा के बीच जंगलों में शिकारियों ने पांच काले हिरण और एक मोर का शिकार किया था। इस पर पुलिस ने तीन शिकारियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके अलावा भागने की कोशिश कर रहे दो आरोपितों के पैर में पुलिस ने भी गोली मार दी थी। दो आरोपित गुल्लू व विक्की खान फरार हो गए थे। उनकी तलाश में पुलिस की 10 पार्टियां लगी हुई थीं। सोमवार दोपहर करीब तीन बजे दो आरोपितों ने बेहद गोपनीय तरीके से न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी व प्रभारी सीजेएम मुनेंद्र वर्मा की कोर्ट में पहुंचे और सरेंडर किया। दोनों मोटर साइकिल से मुंह बांधकर न्यायालय पहुंचे थे। उधर, एडीजी व ग्वालियर रेंज के आइजी डी श्रीनिवास वर्मा ने बताया कि आरोपितों के सरेंडर की सूचना मिली है। पुलिस अधीक्षक से विस्तृत जानकारी मांगी जा रही है।
गुना के पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार को भी हटाया गया
गुना जिले में शिकारियों के साथ मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों के बलिदान की घटना के बाद अब सरकार ने पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा को भी हटा दिया है। इसके पहले ग्वालियर जोन के पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) अनिल कुमार शर्मा को हटाया गया था। सरकार ने इस मुठभेड़ की घटना को गंभीरता से लिया है। पुलिस महानिरीक्षक ने घटना के बाद गुना पहुंचने में विलंब किया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पर नाराजगी जताते हुए उन्हें हटाने के निर्देश दिए थे। उनके स्थान पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डी श्रीनिवास वर्मा को ग्वालियर जोन में पदस्थ किया है। अब गुना के पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा को हटाकर पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक पदस्थ किया है। गृह विभाग ने सोमवार को आदेश जारी किया। हालांकि, इसे संशोधित करना प़़डा क्योंकि पहले के आदेश में वर्तमान पदस्थापना गुना पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त प्रभार पुलिस मुख्यालय का बताया गया था।
इनकी हो चुकी है गिरफ्तारी
इस मामले में आठवें आरोपित इरशाद को पुलिस ने गत दिनों गिरफ्तार किया था। आरोन थाना क्षेत्र के शहरोक और सफा बरखेड़ा के बीच जंगल में पांच काले हिरण और एक मोर का शिकार कर ले जा रहे शिकारियों के साथ पुलिस का आमना-सामना हो गया था। इस दौरान उपनिरीक्षक राजकुमार जाटव की पिस्टल की गोली नौशाद को लगी, जिसके बाद शहजाद ने 12 बोर की बंदूक से फायरिंग कर दी। इसमें एसआइ जाटव, प्रधान आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम मीना की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस और प्रशासन ने शिकारियों के मकानों को बुलडोजर से ढहा दिया था। दूसरे आरोपित शहजाद को पुलिस ने मार गिराया था। अगले दिन दोपहर में जिया और सोनू खान भाग रहे थे, जो पैर में पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए। इसके बाद राजस्थान भाग रहे छोटू पठान को भी पुलिस ने मार गिराया था। पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया कि 27 वर्षीय इरशाद खान निवासी जीनघर गुना भी शिकार से लेकर पूरे घटनाक्रम में साथ रहा। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।