Madhya Pradesh: मालगाड़ी से गिरे ट्रेन मैनेजर, पंजाब मेल की गति कम कराकर किया गया रेस्क्यू
Madhya Pradesh मालगाड़ी के ट्रेन मैनेजर चलती मालगाड़ी से गिर गए। अधिकारियों को इसका पता तब चला जब ट्रेन एक के बाद एक कई स्टेशन पार कर गई लेकिन ट्रेन मैनेजर से कोई संदेश नहीं मिला। ट्रेन के रुकने पर जब वह नहीं मिले तब खोजबीन शुरू की गई।
इटारसी, जेएनएन। Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के भोपाल रेल मंडल (Bhopal Railway Division) में इटारसी-मुंबई ट्रैक पर रविवार तड़के एक मालगाड़ी (Goods Train) के ट्रेन मैनेजर (Train Manager) चलती मालगाड़ी से गिर गए। रेलवे के अधिकारियों को इस बात का पता तब चला, जब ट्रेन एक के बाद एक कई स्टेशन पार कर गई, लेकिन ट्रेन मैनेजर से कोई संदेश नहीं मिला। ट्रेन के रुकने पर जब वह नहीं मिले, तब खोजबीन शुरू की गई। इस दौरान पंजाब मेल (Punjab Mail) की गति कम कराकर रेस्क्यू कराया गया।
ऐसे हुआ हादसा
इटारसी-मुंबई रेल मार्ग पर रविवार तड़के करीब पांच बजे एक मालगाड़ी भिरंगी-खिरकिया से इटारसी की ओर बढ़ रही थी। इसमें ट्रेन मैनेजर नीरज सपकाले ड्यूटी कर रहे थे। वह एक मोड़ पर झंडी दिखा रहे थे, तभी असंतुलित होकर मालगाड़ी से गिर गए। जब ट्रेन भिरंगी स्टेशन से गुजरी तो वहां झंडी दिखाने वाले रेलकर्मी को ट्रैन मैनेजर से कोई संकेत नहीं मिला। यह बात आगे के स्टेशन खिरकिया के स्टेशन मास्टर को बताई गई।
झाड़ियों में ट्रेन मैनेजर घायल मिले
उन्होंने गाड़ी को तुरंत रोकने के संकेत दिए, लेकिन गाड़ी रफ्तार में थी और बगैर ट्रेन मैनेजर चल रही थी, इस कारण ट्रेन रोकने का संकेत लोको पायलट को नहीं मिल पाया। इस दौरान गाड़ी ने पलासनेर, चारखेड़ा, हरदा स्टेशनों को पार कर लिया। गाड़ी पगढ़ाल स्टेशन पहुंचने के बाद रुकी। तब ट्रेन मैनेजर की खोज की गई। गाड़ी में उनके न मिलने पर रेलवे के अधिकारी सहम गए। इसी दौरान ट्रैक पर गश्त कर रहे रेलकर्मी सुखलाल ने अधिकारियों को ट्रैक के पास झाड़ियों में ट्रेन मैनेजर के घायल अवस्था में मिलने का संदेश दिया।
पंजाब मेल के रेल स्टाफ ने किया रेस्क्यू
इसी दौरान मुंबई की ओर से आ रही पंजाब मेल के लोको पायलट को संदेश दिया गया कि ट्रैक के आसपास घायल ट्रेन मैनेजर की खोजबीन करते हुए निकलें। ट्रेन की गति अधिकतम 20 किमी प्रति घंटा कर दें। पंजाब मेल के रेल स्टाफ ने उनका रेस्क्यू कर उन्हें अधिकारियों के सुपुर्द किया। उन्हें नर्मदापुरम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मामले की जांच कराई जा रहीः डीआरएम
ट्रेन मैनेजर की जान खतरे में पड़ गई थी। उन्हें तुरंत खोजना और इलाज उपलब्ध कराना पहली प्राथमिकता थी। इसके लिए यात्री ट्रेन की गति कम कराकर रेस्क्यू कराना पड़ा। इसकी जांच कराई जा रही है।
-सौरभ बंदोपाध्याय, डीआरएम भोपाल रेल मंडल।