मंगलसूत्र के आपत्तिजनक विज्ञापन पर मध्य प्रदेश के मंत्री ने सब्यसाची मुखर्जी को दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम
सब्यसाची मुखर्जी (Sabyasachi Mukherjee ) ने मंगलसूत्र का विज्ञापन (advertisement of Mangalsutra) मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (MP Home Minister Narottam Mishra) चेतावनी के बाद हटा दिया है। गृहमंत्री का कहना है अगर ऐसी गलती आगे दोहरायी गई तो चेतावनी नही बल्कि सीधी कार्रवाई होगी।
भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की चेतावनी के बाद सब्यसाची मुखर्जी ने मंगलसूत्र का विज्ञापन हटा लिया है। सब्यसाची ने इस विज्ञापन पर दुख जताते हुए कहा है कि इस विज्ञापन से समाज के एक वर्ग को पीड़ा पहुंची है जिसका मुझे खेद है। इस पर गृहमंत्री मिश्रा का कहना है कि मेरे पोस्ट के बाद सब्यसाची मुखर्जी ने अपना विवादास्पद विज्ञापन हटा लिया है। अगर इस तरह की गलती आगे दोहरायी गई तो इस बार चेतावनी नही बल्कि सीधी कार्रवाई होगी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा मेरी ऐसे लोगों से अपनी है कि लोगों की भावनाओं को ठेस न पहुंचाये।
सब्यसाची मुखर्जी को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विज्ञापन को हटाने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। गृहमंत्री मिश्रा ने कहा था कि अगर डिजाइनर इसे नहीं हटाते हैं तो उनके खिलाफ केस दर्ज करने के साथ वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी। मंगलसूत्र का विज्ञापन आपत्तिजनक होने के साथ-साथ मन को आहत करने वाला है। एक महिला के लिए आभूषणों में सबसे ज्यादा महत्व मंगलसूत्र का होता है। मंगलसूत्र का पीला भाग मां पार्वती का प्रतीक माना जाता है जबकि काला भाग भगवान शिव की कृपा से महिला और उसके पति की रक्षा होती है। मां पार्वती और भगवान शिव की कृपा से दांपत्य जीवन सुखमय होता है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रविवार को इस विज्ञापन को लेकर डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी को चेतावनी देते हुए कहा यदि 24 घंटे में ये विज्ञापन नही हटाया गया तो केस रजिस्टर्ड होने के साथ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी साथ ही अलग से फोर्स भी भेजी जाएगी। ये विज्ञापन आपत्तिजनक और अश्लील है।
आखिर क्या है इस विज्ञापन में
डिजाइनर सब्यसाची ने एक रॉयल ज्वेलरी कलेक्शन लॉन्च किया था। इस कलेक्शन का नाम 'द रॉयल बंगाल टाइगर आइकन' रखा गया था। इसके विज्ञापन में एक महिला ओर पुरुष बेहद कम और छोटे कपड़ों में दिखाये गए थे। हिंदू धर्म में मंगलसूत्र एक पवित्र आभूषण माना जाता है। जिसे महिलाएं शादी के बाद पहनती हैं। लेकिन इस तरह से पेश करने पर सब्यसाची ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए और विरोध का सामना करते हुए उन्हें इस विज्ञापन को वापस लेना पड़ा।