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मप्र बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा में प्रश्नों के पैटर्न को बदला, नहीं लिखने होंगे बड़े उत्तर

बताया गया कि नए ब्लू प्रिंट को लोक शिक्षण विभाग द्वारा 24 सितंबर से आयोजित की जाने वाली तिमाही परीक्षा में लागू किया गया है। वहीं 40 फीसद अंकों के आब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाने से अब लंबे-लंबे उत्‍तर लिखने से निजात मिल सकेगी।

By Nitin AroraEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 05:09 PM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 05:09 PM (IST)
मप्र बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा में प्रश्नों के पैटर्न को बदला, नहीं लिखने होंगे बड़े उत्तर

भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दसवीं व बारहवीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट का फीसद बढ़ाने को लेकर नया बदलाव किया है। बोर्ड द्वारा 2021-22 सत्र से दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षा के प्रश्नों के पैटर्न में बदलाव करने का फैसला लिया है। बताया गया है कि अब दसवीं व बारहवी कक्षाओं के प्रश्नपत्र में आब्जेक्टिव प्रश्न अधिक पूछे जाएंगे। जानकारी के मुताबिक,  लगभग चालीस फीसद अंकों के आब्जेक्टिव प्रश्न होंगे। मंडल ने इस साल का ब्लू प्रिंट जारी कर दिया है और इसे माशिमं की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया गया है, ताकि विद्यार्थी अभी से इसके मुताबिक तैयारी शुरू कर दें। अभी तक माशिमं की दसवीं-बारहवीं परीक्षा में 25 फीसद अंकों के आब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते थे।

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बताया गया कि नए ब्लू प्रिंट को लोक शिक्षण विभाग द्वारा 24 सितंबर से आयोजित की जाने वाली तिमाही परीक्षा में लागू किया गया है। वहीं, 40 फीसद अंकों के आब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाने से अब लंबे-लंबे उत्‍तर लिखने से निजात मिल सकेगी। बता दें कि दसवीं की परीक्षा में पहले से बेस्ट आफ फाइव योजना लागू है। दसवीं की परीक्षा में दो विषय में सप्लीमेंट्री दी जाती है। यह सब बदलाव विद्यार्थी को आसानी से पास होने सहायता करेंगे। माशिमं की परीक्षा में 33 फीसद अंक पर विद्यार्थियों को पास किया जाता रहा है।

योजना में बदलाव

दसवीं बोर्ड की परीक्षा के रिजल्ट को बेहतर करने के लिए बेस्ट आफ फाइव आउट आफ सिक्स योजना लागू हुई है। इसके तहत अगर कोई विद्यार्थी किसी एक विषय में पास नहीं भी हो पाता और अन्य पांच में पास है तो वह पास माना जाता है। इसके अंतर्गत 9 वीं और 10वीं के विद्यार्थी 6 विषय की परीक्षा देंगे, लेकिन उनके परिणामों की गणना 5 विषय की ही होती है। यानी जिन 6 विषयों की परीक्षा ली जाती है उनमें से 5 विषयों में जिसमें सबसे अधिक अंक आए हैं उसे ही परीक्षा परिणाम की गणना में जोड़ा जाता है।  उम्मीद लगाई गई है कि इस बदलाव से परिणामों में सुधार आएगा।

जानें- बदलाव के बारे में

  • हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी में मूल्यांकन 80 अंक सैद्धांतिक एवं 20 अंक प्रायोगिक/ प्रोजेक्ट के लिए रहेंगे।
  • हायर सेकेंडरी में मूल्यांकन प्रायोगिक विषयों में 70 अंक सैद्धांतिक एवं 30 अंक प्रायोगिक के लिए रहेंगे।
  • हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी के सभी विषयों के सैद्धांतिक प्रश्न पत्र में 40 फीसद वस्तुनिष्ठ प्रश्न, 40 फीसदी विषय आधारित प्रश्न एवं 20 फीसद विश्लेषणात्मक प्रश्न होंगे।
  • पुराना व्यावसायिक, एनएसक्यूएफ एवं डीएलएड में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
  • हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी में भारतीय संगीत विषय के अंतर्गत सत्र 2021-22 में 9वीं एवं 11वीं में दो पृथक-पृथक प्रश्न पत्र (गायन वादन, तबला पखावज) बनाए जाएंगे तथा सत्र 2022-23 में कक्षा 10वीं एवं 12वीं में दो पृथक-पृथक प्रश्न पत्र (गायन वादन, तबला पखावज) बनाए जाएंगे।

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