MP Politics: कमल नाथ बोले-ओबीसी को ठगा गया, नौ से 13 फीसद ही आरक्षण मिला
Madhya Pradesh कांग्रेस नेता कमलनाथ ने शनिवार को कहा कि प्रदेश की शिवराज सरकार ने पंचायत चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ घोर अन्याय किया है। उनके मुताबिक 2022 के पंचायत चुनाव में भाजपा सरकार ने ओबीसी वर्ग को जिला पंचायत सदस्य की मात्र 11.2 फीसद सीटें दी हैं।
भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने फिर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान सीना ठोंककर कहते हैं कि 35 प्रतिशत आरक्षण दे रहे हैं। असल में ओबीसी वर्ग को नौ से 13 प्रतिशत ही आरक्षण मिला है। कमल नाथ ने पंचायत चुनाव में उम्मीदवार उतारने से साफ मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव में भी उन उम्मीदवारों को सहयोग करेंगे, जो ठीक होंगे। कमल नाथ ने आरोप लगाया कि सरकार ने आरक्षण रद कराने की साजिश की थी और अब जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 11.2 प्रतिशत, जनपद पंचायत अध्यक्ष के लिए 9.5 प्रतिशत, सदस्य के लिए 11.5 प्रतिशत और सरपंच पद के लिए 12.5 प्रतिशत आरक्षण तय हुआ है। नए आरक्षण से ओबीसी की सीटें आधी हो गई हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा जनता का सामना करने से डरती है। मैं तो कहता हूं हर चुनाव हो। ताकि प्रदेश की जनता तय करे। आप तो खरीद-फरोख्त का मौका तलाश करते हैं। कमल नाथ ने कहा कि हर विधायक को जिम्मेदारी सौंपी गई है। चुनाव के बाद वह अपना खाता लाएगा और वही उनकी पतरी (पत्री) में लिखा जाएगा।
सरकार बनी तो बंजारा समाज को देंगे अजजा का दर्जाः कमल नाथ
मप्र के पूर्व सीएम कमल नाथ ने कहा कि भाजपा सरकार में बंजारा समाज के साथ अन्याय हो रहा है। उसे जमीन का मालिक नहीं बनाया जा रहा है। कई साल से आरक्षण देने की बात चल रही है, लेकिन नहीं दिया। स्कूल जाने पर प्रवेश फीस देनी पड़ती है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बंजारा समाज प्रकोष्ठ के कार्यक्रम में कमल नाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनी तो इस वर्ग को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देकर आरक्षण दिया जाएगा। इसे वचन पत्र में भी शामिल करेंगे।
भाजपा ने इस वर्ग को धर्म के नाम पर ठगा: दिग्विजय सिंह
मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा इस वर्ग को धर्म के नाम पर ठगती है। बंजारा समाज कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक ही भाषा बोलता है। मैंने ही विधानसभा में प्रस्ताव रखकर बंजारा समाज को आदिवासी वर्ग से जोड़ने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि इस वर्ग के लिए बजट का प्रविधान भी होना चाहिए, वहीं प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मांगीलाल बंजारा ने कहा कि समाज कांग्रेस के लिए पूरी निष्ठा और ईमानदारी से खड़ा है।