फिर मंडराने लगा कोरोना का खतरा, छह माह पहले ली दूसरी डोज तो जल्द लगवा लें तीसरा टीका
Booster shotsकोरोना महामारी का खतरा एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है। कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लिए हुए यदि आपको छह माह हो चुके हैं तो जल्द ही बूस्टर डोज लगवा लें। वैक्सीन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जो बीमारी को कमजोर करती है।
ग्वालियर, जागरण आनलाइन डेस्क। Covid-19 Booster Dose: लोगों पर अभी भी कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। सांख्यिकी विशेषज्ञों और डाक्टरों के मुताबिक, जब तक पूरी आबादी को वैक्सीन की तीसरी खुराक नहीं मिल जाती, तब तक कोरोना वायरस लोगों को बीमार करता रहेगा।
यह खतरा अगले दो साल तक रहने वाला है, इसलिए जिन्हें दूसरा टीका लग गया है, उन्हें छह माह का समय पूरा होते ही सर्तकता टीका जरूर लगवा लेना चाहिए।
वैक्सीन को किया जा रहा है अपग्रेड
माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (MITS) के सांख्यिकी विशेषज्ञ डॉ. आरएस जादौन का कहना है कि दुनिया के कोरोना आंकड़ों की गणना में वर्तमान में कर्व ऊपर की ओर न जाते हुए फ्लेट बनी हुई है। इससे साफ है कि आगे कोरोना वेव के कोई संकेत नहीं हैं।
जिस तरह से बीमारी के आंकड़े मिल रहे हैं, वह मिलते रहेंगे। लेकिन विदेश में हो रही स्टडी से पता चला है कि अगले दो साल में भी कोरोना इसी तरह परेशान करेगा। इससे बचने के लिए वैक्सीन को अपग्रेड किया जा रहा है।
वैक्सीन से मजबूत होगी प्रतिरोधक क्षमता
जीआर मेडिकल कॉलेज के प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन विभाग के पूर्व प्रमुख डॉक्टर अशोक मिश्रा का कहना है कि कोरोना महामारी का चरम दूसरी लहर में आना था। जिसके बाद तेजी से टीकाकरण किया गया तो बीमारी की गंभीरता भी कम हुई। टीकाकरण के बाद भी लोग कोरोना के शिकार हो रहे हैं।
लेकिन उनमें कोरोना वायरस गंभीरता नहीं दिखा पा रहा है। क्योंकि अधिकांश टीकाकरण हो चुके हैं, जिससे अब कोरेाना का पैंडेमिक नहीं अब एंडेमिक चल रहा है। जिसमें कोरोना संक्रमित इसी तरह मिलते रहें।
जब वैक्सीन को अपडेट किया जाता है, तो टीकाकरण से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी, जिससे वायरस की गंभीरता कम हो जाएगी।
पिछले छह दिनों में कोरोना का ग्राफ
डॉ. एमएस राजावत (प्रतिनिधि डब्ल्यूएचओ ) का कहना है कि टीका लगवाने के बाद भी लोग कोरोना के शिकार हो रहे हैं। इससे साफ है कि उनकी इम्युनिटी कमजोर हुई और कोरोना ने उन्हें बीमार कर दिया। महामारी को फैलने से रोकने के लिए टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है।
हालांकि अभी लहर आने की संभावना कम है। लेकिन टीकाकरण जितना मजबूत होगा, बीमारी को रोकना उतना ही आसान होगा।