Health News: बरसात के मौसम में बिमारियों से बचने के लिए रखें खास ख्याल, ध्यान से करें फलों का सेवन
Health News जब तापमान बदलता है तो पानी की मात्रा में भी बदलाव आ जाता है। बरसात में अक्सर लोग कम पानी पीते हैं पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। हो सके तो पानी उबालकर उसे गुनगुना करके ही पिएं ताकि उसके हानिकारक किटाणु खत्म किए जा सकें।
इंदौर, जागरण ऑनलाइन डेस्क। बदलता मौसम कई बिमारियों को लेकर आता है। अगर बात करें बरसात की तो उसमें अधिकतर लोंगों की पेट से जुड़ी तकलीफ रहती है। खास कर बरसात के मौसम में पेट संबंधित परेशानियां बढ़ जाती है जिसका शरीर व मन दोनों पर ही नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस मौसम में पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है।
फलों का सेवन ध्यान से करें
आहार व पोषण विशेषज्ञ के अनुसार इस मौसम में सामान्य तौर पर फल कम ही मिलते हैं और जो फल मिलते हैं उनमें कई बार कीड़े भी होते हैं। इसलिए फलों का सेवन ध्यान से करें।
जब फल खाना हो तब ही काटें
डॉक्टर के अनुसार मौसमी और स्थानीय फल और सब्जी ही खाएं। फल हमेशा काटकर खाएं और जब फल या सलाद खाना हो तब ही उन्हें काटें। पहले से काटकर फल-सलाद न रखें, क्योंकि उसमें किटाणु पनपने की आशंका बढ़ जाती है। यदि आपको लग रहा है कि सब्जी की गुणवत्ता अच्छी नहीं है तो उसे कच्चा न खाएं, पकाकर ही खाएं।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
डॉक्टर के अनुसार जब तापमान बदलता है तो पानी की मात्रा में भी बदलाव आ जाता है। बरसात में अक्सर लोग कम पानी पीते हैं जो कि गलत है। इस मौसम में भी पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। हो सके तो पानी उबालकर उसे गुनगुना करके ही पिएं ताकि उसके हानिकारक किटाणु खत्म किए जा सकें। हो सके तो पानी में हल्दी, लौंग, कालीमिर्च, दालचीनी, तुलसी के पत्ते इनमें से कुछ भी एक पदार्थ पानी में डालकर उबाल लें और उसे पिएं ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर हो सके।
गुड का सेवन करें -
फ्रिज का ठंडा पानी न पिएं। यदि गला खराब है तो गुनगुना पानी पीते रहें। चाय में भी औषधियों का समावेश करें जैसे अदरक, दालचीनी, कालीमिर्च, इलायची, लेमनग्रास, तुलसी, चाय मसाला आदि मिला सकते हैं। शकर का सेवन कम करते हुए उसके स्थान पर गुड़ का उपयोग करें। भोजन के बाद गुड़, सौंफ का सेवन करें इससे पाचनतंत्र बेहतर रहेगा और पेट में समस्या भी नहीं होगी।
भोजन में विटामिन सी
मालूम हो कि आम धारणा है कि खटाई से गला खराब होता है लेकिन विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। भोजन में विटामिन सी का समावेश करे। इसके लिए आंवला चूर्ण, नींबू, सुरजने की फली, टमाटर का सेवन करें।