मध्य प्रदेश में नए साल में महंगी हुई बिजली, जानें कितने बढ़े दाम
MP Electricity Rateनए साल के साथ ही मध्य प्रदेश में बिजली की नई दरें लागू हो गई हैं। 1 जनवरी से 31 मार्च तक बढ़ी हुई दर लागू होगी।हर तीन माह में पावर मैनेजमेंट कंपनी एफसीए तय करने का प्रस्ताव आयोग को भेजती है।
जबलपुर, एएनआइ। मध्य प्रदेश में नए साल में बिजली महंगी हो गई है। अब हर यूनिट पर 14 पैसे फ्यूल कास्ट एडजस्टमेंट (एफसीए) व दो पैसे प्रति यूनिट विद्युत उपकरण पर इजाफा हुआ है। नई दरों पर विद्युत नियामक आयोग ने भी अपनी मंजूरी दे दी है। अब हर यूनिट पर 14 पैसे एफसीए लिया जाएगा जबकि पहले एफसीए ऋृणात्मक सात पैसे था। एफसीए बढ़ने का असर यह होगा कि इस पर लगने वाला बिजली उपकर भी उपभोक्ता को देना होगा। पहले यह उपकरण एफसीए पर 12 फीसद लिया जाता था। अब बिजली उपकरण पर बिल में भी दो पैसे प्रति यूनिट अलग से देय होगा। 300 यूनिट खपत वाले उपभोक्ता को कुल मिलाकर अब हर महीने 47 रुपये अतिरिक्त अदा करने होंगे। मध्य प्रदेश में शुक्रवार को विद्युत नियामक आयोग ने फ्यूल कास्ट एडजस्टमेंट को बढ़ाने की मंजूरी दी है।
अब उपभोक्ता को ऋृणात्मक एफसीए होने का लाभ भी नहीं मिलेगा। हर तीन माह में पावर मैनेजमेंट कंपनी एफसीए तय करने का प्रस्ताव आयोग को भेजती है। एफसीए पावर प्लांट में तेल और कोयले पर खर्च होने वाली राशि के आधार पर तय किया जाता है। इसके बाद आय व्यय के अनुसार यह राशि तय कर आयोग के पास प्रस्ताव भेजा जाता है जिसके बाद आयोग परीक्षण करने के पश्चात इस मामले में सुनवाई करता है। 1 जनवरी से 31 मार्च तक बढ़ी हुई दर लागू होगी। मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी की ओर से इसके बाद नया प्रस्ताव भेजा जाएगा। सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता राजेंद्र अग्रवाल के अनुसार उपभोक्ता पर नए साल में बिजली महंगी होने से आर्थिक बोझ पड़ेगा।