भोपाल, ऑनलाइन डेस्क।  मध्य प्रदेश कांग्रेस में कार्यकर्ताओं का रूठ जाना आम बात है। कुछ माह पहले हुए नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में टिकट न मिलने से कार्यकर्ता रूठकर पार्टी का दामन छोड़ गए थे।

हाल ही में घोषित प्रदेश पदाधिकारियों की नई नियुक्ति के बाद फिर असंतोष सामने आ रहा है। ऐसी स्थिति में नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सक्रिय करके अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है।

रूठे कार्यकर्ताओं को मनाएगी कांग्रेस

वहीं, कांग्रेस पार्टी रूठे कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए हाथ से हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के साथ-साथ घर वापसी अभियान भी चलाएगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने इसकी जिम्मेदारी कांग्रेस सेवादल को दी है।

15 साल बाद वर्ष 2018 में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी थी लेकिन विभिन्न कारणों के चलते ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कई पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी थी।

वहीं, बीते साल जुलाई में हुए नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में भी टिकट न मिलने व अन्य कारणों के चलकके कई कार्यकर्ता रूठकर घर बैठ गए थे। जिसके कारण इसका नुकसान भी कांग्रेस पार्टी को उठाना पड़ा था।

कुछ दिन पहले प्रदेश पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद एक बार फिर कार्यकर्ताओं की नाराजगी सामने आई थी। इंदौर में पार्टी कार्यालय के बाहर विरोध किया गया था। इस माहौल को देखते हुए प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश अग्रवाल ने इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष बनाए गए अरविंद बागड़ी की नियुक्ति को स्थगित कर दिया था।

प्रदेश में दो माह चलेगा अभियान

प्रदेश में 26 जनवरी से शुरू हुए कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में नेता व कार्यकर्ता दो माह तक भाजपा सरकार की विफलताएं बताएंगे। एक माह तक पदयात्रा के माध्यम से पार्टी नेता और कार्यकर्ता जनता से सीधा संवाद करेंगे। इसमें भारत जोड़ो यात्रा के उद्देश्य के साथ 15 माह की कमल नाथ सरकार में हुए कामों के बारे में बताया जाएगा।

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Edited By: Versha Singh