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Madhya Pradesh: भोपाल में व्यापारी से दो लाख की रिश्वत लेते सीजीएसटी के अधीक्षक अंकुर खंडेलवाल गिरफ्तार

Madhya Pradesh सीबीआइ ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित केंद्रीय गुड्स एंड सर्विस टैक्स कार्यालय में छापा मारकर अधीक्षक अंकुर खंडेलवाल को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। खंडेलवाल को 26 अप्रैल तक रिमांड पर सीबीआइ को सौंपा गया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 21 Apr 2022 08:49 PM (IST)Updated: Thu, 21 Apr 2022 09:02 PM (IST)
Madhya Pradesh: भोपाल में व्यापारी से दो लाख की रिश्वत लेते सीजीएसटी के अधीक्षक अंकुर खंडेलवाल गिरफ्तार
भोपाल में व्यापारी से दो लाख की रिश्वत लेते सीजीएसटी के अधीक्षक अंकुर खंडेलवाल गिरफ्तार। फाइल फोटो

भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित केंद्रीय गुड्स एंड सर्विस टैक्स (सीजीएसटी) कार्यालय में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने छापा मारकर बुधवार की शाम अधीक्षक अंकुर खंडेलवाल को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में दूसरे अधीक्षक चेतन सक्सेना भी संदेह के घरे में हैं। सीबीआइ उनसे पूछताछ कर रही है। दोनों के खिलाफ सीबीआइ ने रिश्वत लेने का मामला दर्ज किया है। खंडेलवाल को गुरुवार को सीबीआइ मामलों के विशेष न्यायाधीश भोपाल के समक्ष भी पेश किया गया। जहां उन्हें 26 अप्रैल तक रिमांड पर सीबीआइ को सौंपा गया है। जीएसटी ने एक व्यापारी पर एक करोड़ रुपये की रिकवरी निकाली। दोनों आरोपित अधिकारियों ने व्यापारी से मामले को निपटाने के लिए 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।

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व्यापारी की शिकायत पर हुई कार्रवाई

व्यापारी ने इसकी शिकायत सीबीआइ और सीजीएसटी सतर्कता शाखा से की। दो लाख रुपये बुधवार को देना तय हुआ। सीबीआइ और सीजीएसटी सतर्कता शाखा की टीम सीजीएसटी कार्यालय के आसपास रही। जब व्यापारी ने दो लाख रुपये अधीक्षक अंकुर खंडेलवाल को सौंप दिए, तब टीम ने छापा मारा और उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। सूत्र बताते हैं कि कार्रवाई के समय दूसरे अधीक्षक कार्यालय में मौजूद नहीं थे। इसके बाद जांच दल ने दोनों आरोपितों के मकानों की तलाशी भी ली, जहां से दल को आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान मिला है। उसे जब्त कर लिया गया है। मामले में शिकायत करने वाले व्यापारी का नाम पीयूष बताया जा रहा है।

रिश्वत या भ्रष्टाचार के खिलाफ यहां कर सकते हैं शिकायत

रिश्वत मांगने या सरकारी काम में भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ आमजन शिकायत कर सकते हैं। यह शिकायत लोकायुक्त, अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू), मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से की जा सकती है। हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ऐसे मामलों में शिकायत के लिए एक मोबाइल नंबर जारी करने की घोषणा की है। इस पर कोई भी प्रमाण सहित शिकायत कर सकता है। वहीं, सीबीआइ के पुलिस अधीक्षक से भी शिकायत की जा सकती है। इसके लिए समय-समय पर सीबीआइ मोबाइल पर मैसेज भी भेजती है। -

जानें, कैसे करें शिकायत

भ्रष्टाचार का मामला है और लोकायुक्त से शिकायत कर रहे हैं, तो शपथ पत्र देना जरूरी है। रिश्वत मांगने का मामला है, तो आडियो व वीडियो सहित अन्य प्रमाण दिए जा सकते हैं। यही प्रक्रिया ईओडब्ल्यू के लिए है। शिकायत कार्यालय में जाकर करनी होती है।


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