Bhopal Municipal Election: भोपाल पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी, बोले - मेरे आने से कांग्रेसियों की उड़ी नींद
Bhopal Municipal Electionनगर निकाय चुनाव प्रचार के लिए मंगलवार रात AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी भोपाल पहुंच गए। उन्होंने नगर निगम चुनाव में छह वार्डों से एआईएमआईएम के उम्मीदवारों को चुनकर विजयी बनाने की अपील की।
भोपाल, जेएनएन। नगर निकाय चुनाव के प्रचार के लिए ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी मंगलवार रात भोपाल पहुंचे। उन्होंने कहा कि उनके भोपाल आने से कांग्रेस नेताओं की नींद उड़ गई है। अब रात उन्हें नींद नहीं आएगी।
कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे से घनिष्ठ रूप से संबंधित हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ दोनों अंदर से मिल चुके हैं। दोनों एक दूसरे को मामा-मामा बुलाते नहीं थकते। ओवैसी ने कहा कि वह अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए भोपाल आए हैं।
उन्होंने नगर निगम चुनाव में छह वार्डों से एआईएमआईएम के उम्मीदवारों को चुनकर विजयी बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ज्यादा से ज्यादा हिस्सेदारी जुटा आगे बढ़ा जा सकता है। अपनी सियासत को मजबूत करें।
रोने-धोने से हक नहीं मिलने वाला
नारे लगाने और रोने-धोने से उनका हक नहीं मिलने वाला है। इसलिए संविधान में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाएं। दलित मुसलमानों और आदिवासियों को अपना हिस्सा बढ़ाना होगा। तभी उनकी समस्याओं का समाधान होगा। ऐसा नहीं करोगे तो सेंधवा और खरगौन में मकान तोड़ने पर रोते रहना कि आपको कोई बचाने नहीं आया।
मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, जमीनी पकड़ बनाओं, नेताओं को तैयार करो, नेताओं के रूप में आगे आओ, तभी आपकी समस्याओं का समाधान होगा।
भाजपा की बी टीम
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस के लोग आरोप लगाते हैं कि मैं भाजपा की बी टीम हूं। मैं कांग्रेस से पूछता हूं कि जब कमलनाथ मुख्यमंत्री थे तब कांग्रेस के 20 विधायक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए थे। क्या उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के हाथ से गुलाब जामुन खाकर मामा को मुख्यमंत्री बनाया?
कमलनाथ से कहो, तुम्हारे कांग्रेसी लोगों ने अपना ज़मीर बेच दिया और कांग्रेस में चले गए। लेकिन कांग्रेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर उंगली उठाने की हिम्मत नहीं है।
भाजपा ने अल्पसंख्यकों के लिए क्या किया?
असदुद्दीन ओवैसी ने भारतीय जनता पार्टी पर भी सवाल उठाया कि उन्होंने अल्पसंख्यकों की शिक्षा के लिए क्या किया है, तो वहां से आवाज आएगी कि ओवैसी, हमने स्कूल नहीं खोला, बल्कि बुलडोजर से घर तोड़ा। उनके आने से भाजपा का पेट दुख रहा है। कांग्रेस और भाजपा नहीं चाहती कि तीसरा विकल्प आए।