MP Corona: भोपाल में कोरोना के 1341और इंदौर में 2047 नए मरीज, हर चौथा सैंपल पाजिटिव
भोपाल में कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही संक्रमण दर भी बहुत तेजी से बढ़ रही है। इंदौर में कोरोना संक्रमण के मरीजों का आंकड़ा तो बढ़ रहा है लेकिन जो लोग पाजीटिव हो रहे हैं वे जल्दी ठीक भी हो रहे हैं।
इंदौर, जेएनएन । मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा नजर आ रहा है। भोपाल में कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही संक्रमण दर भी बहुत तेजी से बढ़ रही है। मंगलवार को भोपाल में कोरोना के 1341 नए मरीज मिले। कुल 5114 सैंपल की जांच में इतने मरीज सामने आए हैं। वहीं इंदौर में कोरोना पाजिटिव की संख्या 2047 हो गई। मंगलवार को 11515 सैंपल की जांच की गई जिसमें से 2047 नए पाजिटिव मरीज मिले। इंदौर में अब तक 3307485 लोगों की जांच की जा चुकी है जिसमें से 171167 लोग अब तक पाजिटिव मिले हैं। इंदौर में फिलहाल 13368 कोरोना संक्रमितों का उपचार चल रहा है। मंगलवार को 603 मरीज अस्पताल से स्वस्थ होकर अपने घर लौटे। शहर में इस दिन कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हुई है। इंदौर में अब तक कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या 1400 हो चुकी है।
मालूम हो कि भोपाल में कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही संक्रमण दर भी बहुत तेजी से बढ़ रही है। मंगलवार को भोपाल में कोरोना के 1341 नए मरीज मिले। कुल 5114 सैंपल की जांच में इतने मरीज सामने आए हैं। इस तरह संक्रमण दर 26 फीसद रही। सोमवार को कोरोना संक्रमण दर 23 फीसद थी। यह कह सकते हैं कि जांच कराने वाले संदिग्धों में लगभग हर चौथा व्यक्ति पाजिटिव आ रहा है। यह प्रदेश में सर्वाधिक संक्रमण दर है।
मालूम हो कि भोपाल में 28 दिसंबर से मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 28 दिसंबर को छह मरीज मिले थे और अब यह आंकड़ा 1300 के ऊपर पहुंच गया है। राजधानी में कोरोना के सक्रिय मरीजों का आंकड़ा 8000 को पार कर गया है। फिलहाल भोपाल में कुल 8031 सक्रिय मरीज हैं। राहत की बात यह है कि इनमें से 7875 मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए अपना इलाज करवा रहे हैं। प्रदेश में भी न सिर्फ कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ी है, बल्कि संक्रमण दर भी लगभग एक फीसद रोज बढ़ रही है। सोमवार को यह दर नौ फीसद थी, जबकि मंगलवार को 10 फीसद पर पहुंच गई है।
वहीं इंदौर की बात करें तो इंदौर में कोरोना संक्रमण के मरीजों का आंकड़ा तो बढ़ रहा है, लेकिन राहत की बात है कि इन मरीजों को न तो आक्सीजन की जरूरत पड़ रही है और न ही अस्पताल में बेड की जरूरत है। जो लोग पाजीटिव हो रहे हैं, वे जल्दी ठीक भी हो रहे हैं। अधिकांश लोग होम आइसोलेशन में हैं। यदि अस्पतालाें में 10 हजार कोरोना संक्रमित भी भर्ती होते हैं तो शहर और जिले में काेई और पाबंदी या प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा।
काेरोना संक्रमितों के बड़े आंकड़े के बाद भी यहां के कलेक्टर ने लाकडाउन या कोरोना कर्फ्यू जैसी अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है । उन्होंने बताया कि अस्पतालों में कोरोना के केवल 2 प्रतिशत मरीज भर्ती हैं। यदि अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ती है तो प्रतिबंध लगाने के बारे में विचार किया जाएगा। अस्पतालों में भर्ती मरीज बढ़ते हैं तो चिंता की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सोमवार को कोरोना के 2106 नए मरीज मिले थे, जो तीसरी लहर में अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है, लेकिन राहत की बात है कि उतनी ही जल्दी मरीज ठीक भी हो रहे हैं।