Madhya Pradesh: 12 विदेशी महिलाओं ने मप्र हाई कोर्ट में शपथ पत्र के जरिये लगाया यौन शोषण का आरोप
Madhya Pradesh 12 विदेशी महिलाओं ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में शपथ-पत्र प्रस्तुत कर भोपाल निवासी अखिलेश गुंडेचा व उसके भाई रमाकांत गुंडेचा पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। रमाकांत गुंडेचा का पिछले दिनों निधन हो चुका है।
जबलपुर, जेएनएन। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में 12 विदेशी महिलाओं ने शपथ पत्र प्रस्तुत कर भोपाल निवासी अखिलेश गुंडेचा व उसके भाई रमाकांत गुंडेचा पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। रमाकांत गुंडेचा का पिछले दिनों निधन हो चुका है, जबकि अखिलेश गुंडेचा ध्रुपद संस्थान की टीचरशिप से हटने के बाद अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर आंतरिक जांच समिति की प्रतिकूल अनुशंसाओं के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने अपने भाई रमाकांत गुंडेचा के साथ मिलकर जो याचिका दायर की थी, वह विचाराधीन है। उसी याचिका में स्वयं को पक्षकार न बनाए जाने पर आपत्ति दर्ज कराते हुए विदेशी महिलाओं ने अधिवक्ता ध्रुव वर्मा के माध्यम से हस्तक्षेप अर्जी दायर की है। इन महिलाओं का संबंध यूएस, स्वीडन, कनाडा, पोलैंड, स्पेन, आस्टि्रया व जर्मनी सहित अन्य देशों से है।
जानें, क्या है मामला
गुंडेचा बंधुओं ने सितंबर, 2020 में भोपाल में यूनेस्को से संबद्ध ध्रुपद संस्थान की नींव रखी थी। इसके बाद इंटरनेट मीडिया के जरिये उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया। ध्रुपद फैमिली, यूरोप नामक वाट्सएप ग्रुप में एम्सटर्डम निवासी एक योगा टीचर ने वीडियो पोस्ट किया। यह पोस्ट उसकी ओर से शेयर की गई, जो अज्ञात व्यक्ति अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहता। यही नहीं, ई-मेल के जरिये ध्रुपद संगीत गुरओं द्वारा कई वर्ष से संगीत प्रशिक्षु महिलाओं का यौन शोषण जारी होने की जानकारी शेयर की गई।
चेयरमैन उमाकांत गुंडेचा ने आंतरिक शिकायत समिति को सौंपी जांच
यौन शोषण के आरोपों को गंभीरता से लेकर ध्रुपद संस्थान, भोपाल के चेयरमैन उमाकांत ने आरोपों की जांच के लिए आंतरिक शिकायत समिति गठित कर दी। इस समिति ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में अखिलेश गुंडेचा के खिलाफ प्रतिकूल अनुशंसाएं करते हुए ध्रुपद संस्थान के बोर्ड आफ ट्रस्टीज के पुनर्गठन पर बल दिया। इसमें गैर पारिवारिक सदस्यों की संख्या बढ़ाए जाने पर भी बल दिया और जुर्माना लगाने की आवश्यकता भी रेखांकित की।
हाई कोर्ट चले आए गुंडेचा
आंतरिक शिकायत समिति की अनुशंसाओं को याचिका के जरिये चुनौती देते हुए गुंडेचा हाई कोर्ट चले आए। उनकी याचिका फिलहाल विचाराधीन है। इसी सिलसिले में 12 विदेशी महिलाओं के शपथ-पत्र से मामले में नया मोड़ आ गया है। इन महिलाओं ने गुंडेचा के खिलाफ आपराधिक प्रकरण कायम करने की मांग की है। वहीं, अखिलेश गुंडेचा का तर्क है कि वे ध्रुपद संगीत को प्रोत्साहित करने की दिशा में अपने भाई स्व. रमाकांत गुंडेचा के साथ जुड़े रहे हैं। आंतरिक शिकायत समिति की अनुशंसाओं व अनुचित आरोपों के खिलाफ वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज शर्मा के जरिये याचिका दायर की गई है, जो विचाराधीन है। ताजा प्रस्तुत शपथपत्रों के सिलसिले में बातचीत के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता शर्मा ने साफ किया कि मामला सुनवाई में आने के बाद बहस को गति दी जाएगी। फिलहाल, आंतरिक शिकायत समिति की अनुशंसाओं में प्रक्रियागत अनियमितताओं को आधार बनाकर हाई कोर्ट का ध्यान आकृष्ट कराने की तैयारी कर ली गई है।