ब्रिटेन में टीकाकरण प्रोग्राम का विस्तार, 21 साल से अधिक सभी लोगों को लगाई जाएगी वैक्सीन

एनएचएस के कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम के प्रमुख डॉ एमिली लॉसन ने बताया कि देश में कोरोना वैक्सीनेशन का विस्तार हो रहा है। कोरोना के लड़ाई में वैक्सीनेशन एक जरूरी कदम है इससे आप अपनी अपने परिवार की औऱ दोस्तों की मदद कर सकते हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 10:37 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 10:37 PM (IST)
ब्रिटेन में टीकाकरण प्रोग्राम का विस्तार, 21 साल से अधिक सभी लोगों को लगाई जाएगी वैक्सीन
पिछले सप्ताह केवल एक दिन में 20 वर्ष के लोगों ने 10 लाख से अधिक अप्वाइंटमेंट बुक किए थे।

लंदन, पीटीआई। ब्रिटेन ने कोरोना वैक्सीन को लेकर देश के युवाओं पर जोर देना शुरू कर दिया है। देश की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) ने बुधवार को 21 और 22 साल की उम्र के करीब 10 युवाओं से आग्रह किया है कि वो आगे आकर कोरोना वैक्सीन लगवाएं। एनएचएस ने कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम का दायरा युवाओं के लिए बढ़ा दिया है। हाल में किए गए विस्तार से अब सिर्फ 18 से 20 साल युवा अनछुए हैं। साथ ही 40 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना की दूसरी वैक्सीन लगाने पर भी जोर दिया जा रहा है।

ब्रिटेन में इस सप्ताह जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि इंग्लैंड में एनएचएस ने अब तक 6 करोड़ से ज्यादा लोगों तक वैक्सीन पहुंचाई है। वहीं यूके में 3 करोड़ से अधिक लोगों ने अपनी वैक्सीन की दूसरी खुराक भी प्राप्त कर ली है।

एनएचएस के कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम के प्रमुख डॉ एमिली लॉसन ने बताया कि, देश में कोरोना वैक्सीनेशन का विस्तार हो रहा है। कोरोना के लड़ाई में वैक्सीनेशन एक जरूरी कदम है, इससे आप अपनी, अपने परिवार की औऱ दोस्तों की मदद कर सकते हैं। ये बहुत जरूरी है की जो लोग भी कोरोना वैक्सीन लगवाने के पात्र हैं वो वैक्सीन जरूर लें।

एनएचएस ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि, पिछले सप्ताह केवल एक दिन में 20 वर्ष से अधिक आयु के लोगों ने 10 लाख से अधिक अप्वाइंटमेंट बुक किए थे। जो युवाओं में वैक्सीनेशन को लेकर उत्साह दिखाता है। देश के लोग 1600 से ज्यादा वैक्सीनेशन सेंटरों पर अप्वाइंटमेंट बुक कर सकते हैं, जो राष्ट्रीय बुकिंग सेवा के माध्यम से उपलब्ध हैं। 

देश में टीकाकरण केंद्र मस्जिदों, मंदिरों, संग्रहालयों और खेल के मैदानों जैसे सुलभ स्थानों पर भी उपलब्ध हैं। एनएचएस ने अपने बयान में पुष्टि की है कि 39 वर्ष से कम आयु के लोग और गर्भवती महिलाओं को फाइजर या मॉडर्न टीके लगाए जाएंगे।

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