'इम्यून' के लिए दिए जाएंगे वैक्सीन के दो खुराक, वैक्सीन टेस्ट की ब्रिटेन में तैयारी पूरी

दुनिया के तमाम देश महामारी से पीड़ित हैं। ऐसे में ब्रिटेन ने इस हफ्ते वैक्सीन की ट्रायल शुरू करने का ऐलान किया है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Tue, 16 Jun 2020 07:53 AM (IST) Updated:Tue, 16 Jun 2020 07:53 AM (IST)
'इम्यून' के लिए दिए जाएंगे वैक्सीन के दो खुराक, वैक्सीन टेस्ट की ब्रिटेन में तैयारी पूरी
'इम्यून' के लिए दिए जाएंगे वैक्सीन के दो खुराक, वैक्सीन टेस्ट की ब्रिटेन में तैयारी पूरी

लंदन, एपी। ब्रिटेन का दावा है कि इसने कोविड-19 से बचाव के लिए प्रभावी वैक्सीन विकसित की है जो लोगों को इस घातक वायरस से लड़ने की क्षमता प्रदान करेगा। इंपीरियल कॉलेज लंदन (Imperial College London) के वैज्ञानिक इस हफ्ते ब्रिटेन में लोगों पर कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए तैयार किए गए वैक्सीन का ट्रायल शुरू करेंगे।  कोविड-19 महामारी से संघर्ष कर रही पूरी दुनिया के वैज्ञानिक इसके लिए वैक्सीन व प्रभावी दवा के इंतजाम में जुटे हैं। इसी रेस में ब्रिटेन की भी एंट्री हो गई है। सोमवार को ब्रिटिश सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि इंपीरियल द्वारा विकसित वैक्सीन का ट्रायल 300 स्वस्थ लोगों पर किया जाएगा। इसके तहत कोविड-19 वैक्सीन की दो खुराक से इन्हें इम्यूनाइज किया जाएगा। इसके लिए इंपीरियल को सरकार की ओर से भी समर्थन दिया गया है। साथ ही सरकार ने इसके लिए 41 मिलियन पाउंड (41 million pounds)की आर्थिक मदद की है।   

अब तक इंपीरियल कॉलेज द्वारा वैक्सीन का टेस्ट केवल जानवरों पर ही किया गया है। वैक्सीन की खुराक जाते ही इनके भीतर एंटीबॉडीज विकसित हो गए जो इस वायरस से लड़ने की क्षमता रखते हैं। इस वैक्सीन को विकसित करने में जेनेटिक कोड के सिंथेटिक स्ट्रैंड्स का इस्तेमाल किया गया है मांसपेशी में जाने के बाद शरीर की अपनी कोशिकाएं कोरोना वायरस पर स्पाइकी प्रोटीन (spiky protein) बनाने लगती हैं। इससे शरीर में वह इम्यून विकसित होता है जो होने वाले कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने की ताकत रखता है। 

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) ने हाल में ही एडवांस स्टडी शुरू की है जिसमें दस हजार वॉलंटियर्स को शामिल किया है और अमेरिका भी जुलाई में इस तरह की स्टडी को लेकर योजना बनाई है जिसमें तीस हजार वॉलंटियर्स हैं। इससे पहले किसी भी बीमारी के लिए इतनी तेजी से वैक्सीन की खोज नहीं हुई थी जितनी अभी हो रही है। ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड्स और अमेरिका समेत कई देशों ने पहले ही लाखों वैक्सीन के लिए एडवांस ऑर्डर दे दिए हैं जबकि अभी केवल इसके आने की संभावना इस साल के अंत तक की बताई जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने सोमवार को बताया कि पिछले दो सप्ताह से प्रतिदिन करीब एक लाख नए मामले सामने आ रहे हैं । साथ ही संगठन ने कहा कि जब से देशों  ने प्रतिबंधों में ढील दी है तब से संक्रमण के मामलों में काफी बढ़त देखी गई है। 

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