'एक फोन कॉल और कुछ घंटों के लिए रुक गया रूस-यूक्रेन युद्ध', राजनाथ बोले- पीएम मोदी ने ली थी हजारों छात्रों के रेस्क्यू की जिम्मेदारी

राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी की लीडरशिप की सरहाना करते हुए कहा कि पीएम मोदी की वजह से कुछ घंटों के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध थम गई थी। युद्ध की वजह से कीव और यूक्रेन में अन्य जगहों पर पढ़ रहे हमारे बच्चों के माता-पिता उनके ठिकाने और व्यक्तिगत सुरक्षा के बारे में चिंतित थे। हमारे प्रधानमंत्री ने यूक्रेन से हमारे छात्रों की सुरक्षित भारत वापस लाने की जिम्मेदारी ली।

By AgencyEdited By: Piyush Kumar Publish:Thu, 11 Jan 2024 09:48 AM (IST) Updated:Thu, 11 Jan 2024 09:48 AM (IST)
'एक फोन कॉल और कुछ घंटों के लिए रुक गया रूस-यूक्रेन युद्ध', राजनाथ बोले- पीएम मोदी ने ली थी हजारों छात्रों के रेस्क्यू की जिम्मेदारी
राजनाथ सिंह बोले- पीएम मोदी की वजह से चार-पांच घंटे युद्ध थम गया।(फोटो सोर्स: pmindia.gov.in)

HighLights

  • पीएम मोदी ने यूक्रेन से हमारे छात्रों की सुरक्षित भारत वापस लाने की जिम्मेदारी: राजनाथ सिंह
  • यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए देश ने 'ऑपरेशन गंगा' चलाया था
  • भारतीय छात्रों को यूक्रेन से रेस्क्यू कराने के लिए पीएम मोदी पुतिन और जेलेंस्की से की थी बात

एएनआई, लंदन। Russia-Ukraine War। रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए एक बड़ा खुलासा किया है। रक्षा मंत्री ने कहा है कि पीएम मोदी की वजह चार-पांच घंटों के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध पर विराम लग गया था।

राजनाथ सिंह ने कहा कि देशवासियों को यूक्रेन में युद्ध प्रभावित इलाकों से सुरक्षित रेस्क्यू कराने के लिए पीएम मोदी ने दोनों देशों के प्रमुख नेताओं से बातचीत की, जिसके बाद कुछ देर के लिए युद्ध को रोका गया। राजनाथ सिंह इस समय ब्रिटेन के दौरे पर हैं।  

पीएम मोदी की वजह से कुछ देर के लिए थम गया युद्ध: राजनाथ सिंह

बुधवार को लंदन में एक नागरिक अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को भारत लाने के लिए पीएम मोदी ने दोनों देशों से एक सुरक्षित कॉरिडोर प्रदान करने के लिए बातचीत की। दोनों देशों ने पीएम मोदी की बात न टालते हुए चार-पांच घंटों के लिए युद्ध रोक दिया।

उन्होंने आगे कहा,"जब रूस और यूक्रेन के बीच एक सैन्य संघर्ष छिड़ गया, तो कीव और यूक्रेन में अन्य जगहों पर पढ़ रहे हमारे बच्चों के माता-पिता उनके ठिकाने और व्यक्तिगत सुरक्षा के बारे में चिंतित थे। हमारे प्रधानमंत्री ने यूक्रेन से हमारे छात्रों की सुरक्षित भारत वापस लाने की जिम्मेदारी ली।"

यूक्रेन से 22,000 से अधिक छात्रों को सुरक्षित निकाला गया: रक्षा मंत्री

राजनाथ सिंह ने आगे कहा,"उन्होंने (पीएम मोदी) रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन किया और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से भी बात की। उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन से भी बात की। उनके प्रयासों के कारण लड़ाई को 4-5 घंटे के लिए रोक दिया गया, जिससे यूक्रेन से 22,000 से अधिक छात्रों को सुरक्षित निकाला जा सका।"

यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए देश ने 'ऑपरेशन गंगा' चलाया था। इस ऑपरेशन के तहत यूक्रेन के लिए देश से हवाई जहाजों ने 80 बार यूक्रेन के लिए उड़ानें भरी थीं।

कई मंत्रियों को  'ऑपरेशन गंगा' के कामकाज में किया गया शामिल

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीयों की निकासी की निगरानी के लिए अपने चार केंद्रीय कैबिनेट सहयोगियों - ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, किरेन रिजिजू और वीके सिंह को हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड भेजा।

भारत सरकार ने निकासी प्रक्रिया की निगरानी करने और दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों पर साथी मूल निवासियों को व्यक्तिगत रूप से प्राप्त करने के लिए मंत्रियों को भी शामिल किया है, क्योंकि वे 'ऑपरेशन गंगा' के तहत हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड से आए थे।

मंत्री जितेंद्र सिंह, मुख्तार अब्बास नकवी, राव इंद्रजीत सिंह, नारायण राणे, जी किशन रेड्डी, कैलाश चौधरी, परषोत्तम रूपाला, भगवंत खुबा, वीरेंद्र कुमार, मीनाक्षी लेखी, वी. मुरलीधरन, भागवत कराड, निसिथ प्रमाणिक, शांतनु ठाकुर, राव साहेब दानवे , दर्शना जरदोश, देवुसिंह चौहान, भारती प्रवीण पवार, साध्वी निरंजन ज्योति, भानु प्रताप सिंह वर्मा, सुभाष सरकार और कपिल पाटिल को हवाई अड्डों पर फंसे भारतीयों को प्राप्त करने के लिए नियुक्त किया गया था।

देश के डिजिटल कारोबार पर क्या बोले रक्षा मंत्री?

देश में सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के विकास में भारी निवेश और देश में डिजिटल के जरिए कारोबार पर राजनाथ सिंह ने कहा, "जब डिजिटल लेनदेन की बात आती है, तो भारत के अलावा किसी अन्य देश में 80 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता नहीं हैं। पूरी दुनिया ने इसे स्वीकार किया है और यूपीआई के माध्यम से डिजिटल लेनदेन की सराहना की। हमारे देश में अब तक यूपीआई के माध्यम से लगभग 130 लाख करोड़ डिजिटल लेनदेन हो चुके हैं।"

इस बीच, भारतीय प्रवासियों के सदस्यों ने बुधवार को लंदन में भारतीय उच्चायोग में 'भारत माता की जय और 'वंदे मातरम' के नारे लगाकर रक्षा मंत्री का हार्दिक स्वागत किया।

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