ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने किया आगाह, बेहद घातक हो सकती है इंग्लैंड में पाई गई कोरोना की नई स्ट्रेन
कोरोना के खिलाफ दुनियाभर में जारी लड़ाई और टीकाकरण के बीच ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने कहा है कि इंग्लैंड में पाई गई कोरोना की नई स्ट्रेन बेहद खतरनाक हो सकती है। जानें उन्होंने किस आधार पर यह बात कही है...
लंदन, एजेंसियां। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जानसन (Boris Johnson) ने शुक्रवार को कहा कि इंग्लैंड में पाई गई कोरोना की नई स्ट्रेन बेहद खतरनाक है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक उन्होंने शुक्रवार को कहा कि शुरुआती सबूत बताते हैं कि बीते दिसंबर महीने के अंत में इंग्लैंड में पाई गई कोरोना की नई स्ट्रेन काफी उच्च मृत्यु दर वाली हो सकती है। न्यू एंड इमर्जिंग रेस्पिरेटरी वायरस थ्रेट्स एडवाइजरी ग्रुप (NERVTAG) के वैज्ञानिकों की ओर से साझा किए गए प्रारंभिक डेटा के आधार पर जॉनसन ने कहा कि ऐसा लगता है कि कोविड-19 का नया वैरिएंट बेहद घातक था।
हालांकि ब्रिटिश प्रधानमंत्री (Boris Johnson) ने यह भी कहा कि फाइजर बायोएनटेक और ऑक्सफोर्ड AstraZeneca के टीके कोरोना के सभी वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं। उन्होंने (Boris Johnson) कहा कि अधिक तेज़ी से फैलने के अलावा लग रहा है कि कोरोना की यह नई स्ट्रेन उच्च मृत्यु दर से जुड़ी हो सकती है। बता दें कि पहली बार इंग्लैंड के दक्षिण पूर्व में कोरोना की इस स्ट्रेन की पहचान की गई थी। तब कहा गया था कि कोरोना का यह नया वैरिएंट पुराने प्रकार से 70 फीसद अधिक संक्रामक है। वैरिएंट सामने आने के बाद दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड और वेल्स में टियर-4 चरण के प्रतिबंध लगा दिए गए थे।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री (Boris Johnson) की मानें तो कोरोना की इसी स्ट्रेन के चलते ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा यानी एनएचएस पर भारी दबाव पड़ा है। गौर करने वाली बात यह है कि इस स्ट्रेन को बेहद संक्रामक माना गया था। लेकिन अभी तक आधिकारिक तौर पर यह नहीं कहा गया था कि यह बेहद घातक या जानलेवा भी है। बोरिस जानसन के साथ प्रेस कांफ्रेंस में शामिल हुए सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार सर पैट्रिक वालेंस (Sir Patrick Vallance) ने कहा कि इस बात के प्रमाण हैं कि कोरोना के पुराने संस्करण की तुलना में नया वैरिएंट से जोखिम बढ़ा है।