COP-26 में 200 देशों के प्रतिनिधियों के बीच छाया ये भारतवंशी, जिसने ड्रैगन की निकाली हवा, जानें- इसके बारे में

काप-26 की औपचारिक शुरुआत में आलोक शर्मा का नाम छा गया है। ऐसे में आपके मन में यह जिज्ञासा जरूर हो रही होगी कि आखिर ये आलोक शर्मा कौन है। सुनने में इनका नाम किसी भारतीय की तरह ही लग रहा है तो ये आखिर कौन है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Mon, 01 Nov 2021 09:30 AM (IST) Updated:Mon, 01 Nov 2021 12:21 PM (IST)
COP-26 में 200 देशों के प्रतिनिधियों के बीच छाया ये भारतवंशी, जिसने ड्रैगन की निकाली हवा, जानें- इसके बारे में
काप-26 में 200 देशों के प्रतिनिधि के बीच छाया ये भारतवंशी, जिसने ड्रैगन की निकाली हवा

नई दिल्‍ली/ग्लासगो, आनलाइन डेस्‍क। संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन यानी काप-26 की औपचारिक शुरुआत हो गई है। इसमें अगले करीब दो हफ्ते तक 200 देशों के प्रतिनिधि वैश्विक स्तर पर बढ़ते तापमान की साझा चुनौतियों से निपटने पर गहन चर्चा करेंगे। सम्मेलन 12 नवंबर तक चलेगा। स्काटलैंड के सबसे बड़े शहर ग्लासगो में शुरू हुए सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए ब्रिटेन के भारतीय मूल के मंत्री आलोक शर्मा ने कहा कि ग्लोबल वार्मिग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के लक्ष्य को जीवित रखने के लिए यह सम्मेलन हमारे लिए आखिरी और सबसे अच्छी उम्मीद है। ऐसे में आपके मन में यह जिज्ञासा जरूर हो रही होगी कि आखिर ये आलोक शर्मा कौन है। सुनने में इनका नाम किसी भारतीय की तरह ही लग रहा है तो ये आखिर कौन है ? इनका इस काप-26 से क्‍या नाता है ? आइए हम आपको बताते हैं आलोक शर्मा के बारे में, जो इस समय दुनिया भर से आए 200 देशों के प्रतिनिधियों के बीच अपनी एक अलग पहचान बना रहे हैं।

जानसन के मंत्रिमंडल में भारतवशियों का बजा डंका

दरअसल, ब्रिटेन के आम चुनाव में सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला था। इसके साथ ही प्रधानमंत्री बोरिस जानसन दोबारा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने। जानसन की कैबिनेट में भारतीय मूल के तीन सांसदों को शामिल किया गया। यानी जानसन के मंत्रिमडल में तीन नेताओं को मंत्री पद मिला था। ब्रिटेन में प्रीति पटेल, आलोक शर्मा और ऋषि सुनाक को ब्रिटेन में मंत्री पद की शपथ ली थी। इन तीनों भारतीय मूल के मंत्रियों ने आम चुनाव में अपनी जीत हासिल की थी। खास बात यह रही कि इन तीनों नेताओं को जानसन मंत्रिमंडल में वहीं पद मिला जो पिछली सरकार में हासिल था। प्रीति पटेल को ब्रिटेन की गृह मंत्री पद पर बरकरार रखा गया। वहीं ऋषि सुनक को ट्रेजरी विभाग का मंत्री बनाया गया। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री के पद पर सांसद आलोक शर्मा ने शपथ ली थी। जानसन के मंत्रिमंडल में इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनाक भी शामिल थे। चीफ सेक्रेटरी टू द ट्रेजरी के पद पर ऋषि सुनाक को जगह मिली।

जानिए कौन है आलोक शर्मा

जानसन ने अपनी कैबिनेट में भारतीय मूल के तीन लोगों को शामिल किया था। ये तीन लोग प्रीति पटेल, ऋषि सुनक और आलोक शर्मा हैं। भारतीय मूल के ये तीनों ही नेता बोरिस जानसन के पक्के समर्थक हैं। भारतीय उपमहाद्वीप के लिए ये अच्छी बात है कि यहां के तीन लोगों को ब्रिटेन के कैबिनेट में जगह मिली थी। आलोक शर्मा को जानसन की कैबिनेट में अंतरराष्ट्रीय विकास राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। आलोक शर्मा का ताल्लुक उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से है। आलोक शर्मा को ब्रेग्जिट के मुद्दे पर जानसन का साथ देने का पुरस्‍कार मिला था। उन्हें जानसन ने अपने मंत्रिमंडल में जगह दी। जानसन का जिसने भी विरोध किया, उनको किनारे लगा दिया गया। बहुत कम लोग ऐसे थे, जो टेरेसा के मंत्रिमंडल में शामिल रहे हों और उन्हें फिर से मंत्री बनाया गया हो।

आलोक शर्मा का जन्म आगरा में 7 जनवरी, 1967 को हुआ था। उनके परिजन 70 के दशक में ब्रिटेन चले गए थे। उस वक्त आलोक महत पांच वर्ष के थे। वह अपने माता-पिता के साथ ब्रिटेन आ गए। यहीं उन्होंने अपनी प्राथमिक और उच्‍च शिक्षा पूरी की। अलोक शर्मा ने चार्टर्ड एकाउंटेंसी की पढ़ाई की है। आलोक का लालन-पालन रीडिंग के उपनगरों अर्ली और व्हाइटली वुड में हुआ। उनकी शुरुआती शिक्षा रीडिंग ब्लू कोट स्कूल में हुई। उन्होंने 1988 में सालफोर्ड यूनिवर्सिटी से अप्लाइड फिजिक्स में बीएससी की थी। बीएससी पूरी करने के बाद बाद उन्होंने चार्टर्ड एकाउंटेंट की ट्रेनिंग ली। मानचेस्टर में ट्रेनिंग लेने के बाद लंदन के कई फायनेंशियल फर्मों में वह ऊंचे पदों पर रहे। आलोक शर्मा बो ग्रुप के इकोनामिक अफेयर्स कमिटी के थिंकटैंक के चेयरमैन भी रहे हैं।

शर्मा ने ड्रैगन को बनाया निशाना

अपने उद्घाटन भाषण में शर्मा ने कहा कि हम वार्ता को आगे बढ़ा सकते हैं। हम कार्बन उत्सर्जन में कटौती पर बड़ी कार्रवाई का शुभारंभ कर सकते हैं। सस्ते और स्वच्छ ऊर्जा के अवसरों का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन करने वाले चीन में इसमें कटौती के लिए कुछ समय सीमा तय की है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। चीन से इस दिशा में ठोस कार्रवाई की उम्मीद है। बता दें कि ग्लासगो शिखर सम्मेलन में सोमवार और मंगलवार को दुनिया भर के राष्ट्राध्यक्ष और नेता शामिल होंगे। इनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जानसन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल शामिल हैं। उसके बाद उनके प्रतिनिधि और अधिकारियों का दल बैठक में चर्चा करेगा।

पीएम मोदी से मिल चुके हैं आलोक शर्मा

इस वर्ष फरवरी में जलवायु परिवर्तन मामले पर होने वाले संयुक्त राष्ट्र के 26वें सम्मेलन के अध्यक्ष आलोक शर्मा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिल चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र के उस सम्मेलन को सीओपी-26 के नाम से भी जाना जाता है। मुलाकात के दौरान सीओपी26 में भारत-ब्रिटेन सहयोग पर चर्चा हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए ब्रिटेन को शुभकामनाएं दी थी। इससे पहले आलोक शर्मा ने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर से भी मुलाकात की थी।

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