इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर नहीं उतर पाया रोबोट ले जा रहा रूसी अंतरिक्षयान, जानिए क्या थी वजह...

रूसी फ्लाइट कंट्रोल सेंटर के अधिकारियों के मुताबिक अब इस यान को अंतरिक्ष स्टेशन पर उतारने के लिए सोमवार सुबह फिर प्रयास किया जाएगा।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Sat, 24 Aug 2019 07:38 PM (IST) Updated:Sat, 24 Aug 2019 10:16 PM (IST)
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर नहीं उतर पाया रोबोट ले जा रहा रूसी अंतरिक्षयान, जानिए क्या थी वजह...
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर नहीं उतर पाया रोबोट ले जा रहा रूसी अंतरिक्षयान, जानिए क्या थी वजह...

मॉस्को, एएफपी/रायटर। रूस के पहले रोबोट को लेकर रवाना हुआ सोयूज अंतरिक्षयान (Russian Soyuz Spacecraft) शनिवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station) पर उतर नहीं पाया। इस यान को धरती की परिक्रमा कर रहे कृत्रिम उपग्रह आइएसएस (ISS) पर उतारने के लिए अब सोमवार को दोबारा प्रयास किया जाएगा।

रूसी न्यूज एजेंसियों के अनुसार, स्वचालित प्रणाली में आई गड़बड़ी के कारण यह यान आइएसएस पर उतरने में विफल रहा। आइएसएस पर सोयूज के उतरने का सजीव प्रसारण किया जा रहा है। यान अभी आइएसएस से 96 मीटर दूर है। रूसी फ्लाइट कंट्रोल सेंटर के अधिकारियों के मुताबिक, अब इस यान को अंतरिक्ष स्टेशन पर उतारने के लिए सोमवार सुबह फिर प्रयास किया जाएगा।

यह भी पढ़ें- पर्यावरणविदों ने रूस के पहले तैरते परमाणु रिएक्टर को लेकर क्‍यों जताया एतराज, जानें

फेडोर नामक रोबोट को लेकर सोयूज एमएस-14 अंतरिक्ष यान गुरुवार सुबह कजाखस्तान के बैकानूर अंतरिक्ष केंद्र से आइएसएस के लिए रवाना हुआ था। इसे शनिवार को आइएसएस पर पहुंचना था। सोयूज आमतौर पर अंतरिक्षयात्रियों को लेकर आइएसएस पर जाता है, लेकिन इस बार आपातकालीन बचाव प्रणाली की जांच के लिए इसे मानवरहित रवाना किया गया है। सोयूज की पायलट सीट पर रोबोट फेडोर को बैठाया गया है। उसके हाथ में रूस का एक छोटा झंडा भी है। इस रोबोट की लंबाई पांच फीट 11 इंच है और इसका वजन 160 किलोग्राम है। यह रोबोट दस दिनों तक आइएसएस पर रहेगा और अंतरिक्ष यात्रियों की मदद करना सीखेगा।

chat bot
आपका साथी