सीरिया में अमेरिका की उपस्थिति पर ध्यान देना जरूरी: रूसी विदेश मंत्री

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोवा ने सीरिया पर अमेरिकी हवाई हमले की आलोचना की है।

By Nancy BajpaiEdited By: Publish:Sat, 21 Apr 2018 12:43 PM (IST) Updated:Sat, 21 Apr 2018 01:28 PM (IST)
सीरिया में अमेरिका की उपस्थिति पर ध्यान देना जरूरी: रूसी विदेश मंत्री
सीरिया में अमेरिका की उपस्थिति पर ध्यान देना जरूरी: रूसी विदेश मंत्री

मोस्को (आइएएनएस)। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोवा ने कहा है कि सीरिया में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की उपस्थिति पर ध्यान देने की जरूरत है। उनका कहना है कि इससे विश्वसनीय जानकारी एकत्र करने में मदद मिलेगी। न्यूज एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को अमेरिका के विशेष राजदूत के साथ मुलाकात के बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि रूस इस बात पर भरोसा नहीं कर सकता है कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसियां अमेरिका के अलावा दूसरे स्रोतों से जानकारी के आधार पर रिपोर्ट और वक्तव्य तैयार कर रही हैं।लावरोवा ने पिछले सप्ताह अमेरिका द्वारा सीरिया पर किए गए हवाई हमलों की भी आलोचना की है। उन्होंने कहना है कि सीरिया की समस्या को खत्म करने के लिए जिनेवा वार्ता को इस हमले ने कमजोर करने का काम किया है। जब रूस, तुर्की और ईरान जिनेवा वार्ता पर अमल कर रहे हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से सीरियाई लोगों की मानवीय सहायता बढ़ाने और आवास, बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के पुनर्निर्माण में मदद करने के लिए कहा है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डी मिस्तूरा ने कहा कि वे खुश है कि रूस सीरियाई संकट के राजनीतिक समझौते के लिए दबाव डालने के लिए प्रतिबद्ध है। डी मिस्तूरा ने आशा व्यक्त की कि रासायनिक हथियार (ओपीसीडब्लू) के निषेध संगठन के विशेषज्ञ जांच के लिए जल्द ही राजधानी दमिशक के पास डौमा जिले का दौरा करेंगे, यहा कथित सीरियाई सेना द्वारा रासायनिक हमला किया था।

गौरतलब है कि सीरिया में कथित रासायनिक हमले के बाद 14 अप्रैल को अमेरिका ने ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मिलकर सीरिया पर हवाई हमला किया था। उन्होंने हवाई हमले को रासायनिक हमले के खिलाफ कार्रवाई बताया। हालांकि सीरिया ने रासायनिक हमले के आरोपों से इनकार किया है। वहीं, रूस का कहना है कि उनके सैन्य विशेषज्ञों को डौमा में जहरीले पदार्थों का कोई निशान नहीं मिला। फिलहाल मामले की जांच के लिए ओपीसीडब्ल्यू विशेषज्ञ सीरिया में हैं, लेकिन अब तक वे डौमा नहीं गए हैं। इस बीच पश्चिमी देश रूस पर ओपीसीडब्ल्यू की जांच में बाधा डालने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि रूस ने कहा कि अमेरिका के नेतृत्व वाले हमलों के बाद सुरक्षा चिंताओं पर संयुक्त राष्ट्र की अनुमति की कमी के कारण विशेषज्ञ क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकते।

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