रूस का दावा- जासूसी के लिए अमेरिका ने हैक किए हजारों आईफोन; एप्पल इंक ने किया खंडन

रूस की फेडरल सिक्यूरिटी सर्विस ( एफएसबी) ने गुरुवार को कहा कि उसने अमेरिकी के एक जासूसी अभियान का पर्दाफाश किया है जिसके तहत आधुनिक सर्विलांस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके हजारों आईफोन हैक किए गए थे। File Photo

By AgencyEdited By: Publish:Fri, 02 Jun 2023 05:22 AM (IST) Updated:Fri, 02 Jun 2023 05:22 AM (IST)
रूस का दावा- जासूसी के लिए अमेरिका ने हैक किए हजारों आईफोन; एप्पल इंक ने किया खंडन
रूस का दावा- जासूसी के लिए अमेरिका ने हैक किए हजारों आईफोन

मॉस्को, रायटर्स। रूस की फेडरल सिक्यूरिटी सर्विस (एफएसबी) ने गुरुवार को कहा कि उसने अमेरिकी के एक जासूसी अभियान का पर्दाफाश किया है, जिसके तहत आधुनिक सर्विलांस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके हजारों आईफोन हैक किए गए थे।

रूसी लोगों के आईफोन हैक होने का दावा

मॉस्को स्थित कैस्परस्काई लैब ने कहा कि इस अभियान के दौरान उसके दर्जनों कर्मचारियों के फोन भी हैक किए गए थे। सोवियत संघ के जमाने की केजीबी की उत्तराधिकारी एफएसबी ने एक बयान में कहा कि जिन लोगों के एप्पल फोन हैक किए गए थे उनमें घरेलू रूसी उपभोक्ताओं के साथ-साथ रूस और पूर्व सोवियत संघ के देशों में नियुक्त विदेशी राजनयिक शामिल हैं।

एफएसबी ने किया दावा

एफएसबी का यह भी कहना है कि यह साजिश एप्पल और अमेरिका की नेशनल सिक्यूरिटी एजेंसी (एनएसए) के बीच करीबी सहयोग को दर्शाती है। हालांकि, एफएसबी ने इस बात का कोई साक्ष्य पेश नहीं किया कि एप्पल ने जासूसी अभियान में कोई सहयोग किया था या उसे इसकी कोई जानकारी थी।

एप्पल इंक ने दावे का किया खंडन

एनएसए ने इस बाबत कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। वहीं, एप्पल इंक ने अमेरिकी जासूसी में कोई सहयोग करने के रूस के दावे से इनकार किया है। कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा कि उसने कभी किसी सरकार के साथ काम नहीं किया है और न कभी करेगी।

एप्पल इंक ने कहा, ''वह रूस की संघीय सुरक्षा सेवा द्वारा किए गए दावों का खंडन कर रहा है कि उसने रूसी आईफोन उपयोगकर्ताओं के सर्वेक्षण के लिए अमेरिकी जासूसों के साथ सहयोग किया।''

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