Hindu Temple: इस्लामाबाद में हिंदू मंदिर के निर्माण के खिलाफ पाकिस्तान कोर्ट में फैसला सुरक्षित

इस्लामाबाद हाई कोर्ट को सूचित किया गया कि सरकार ने यह मामला काउंसिल ऑफ इस्लामिक आइडियोलॉजी को संदर्भित कर दिया है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 06:15 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 06:15 AM (IST)
Hindu Temple: इस्लामाबाद में हिंदू मंदिर के निर्माण के खिलाफ पाकिस्तान कोर्ट में फैसला सुरक्षित
Hindu Temple: इस्लामाबाद में हिंदू मंदिर के निर्माण के खिलाफ पाकिस्तान कोर्ट में फैसला सुरक्षित

इस्लामाबाद, प्रेट्र। एक पाकिस्तानी अदालत ने सोमवार को राजधानी इस्लामाबाद में हिंदू मंदिर के निर्माण के खिलाफ याचिकाओं की स्वीकार्यता पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।

इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार में सहयोगी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू) ने कृष्ण मंदिर के निर्माण का विरोध किया है। उसने अपने गठबंधन सहयोगी से इस परियोजना को इस्लाम की भावना के खिलाफ बताते हुए रद करने की मांग की है। राजधानी विकास प्राधिकरण (सीडीए) ने पिछले हफ्ते मंदिर के भूखंड पर चहारदीवारी के निर्माण को कानूनी वजह बताते हुए रुकवा दिया था।

20 हजार वर्ग फुट क्षेत्र में होना है निर्माण

इस्लामाबाद हाई कोर्ट को सूचित किया गया कि सरकार ने यह मामला काउंसिल ऑफ इस्लामिक आइडियोलॉजी को संदर्भित कर दिया है। बता दें कि योजना के मुताबिक, राजधानी की एच-9 एडमिनिस्ट्रेटिव डिवीजन में 20 हजार वर्ग फीट के भूखंड पर कृष्ण मंदिर का निर्माण होना है। मंदिर का नींव पूजन हाल ही में मानवाधिकार पर संसदीय सचिव लाल चंद मलही ने किया था।

हाल ही में किया गया था मंदिर का भूमि पूजन

बता दें कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में बनाए जाने वाले पहले हिंदू मंदिर के स्थल पर निर्माण कार्य रोक दिया गया था। योजना के अनुसार, कृष्ण मंदिर का निर्माण राजधानी के एच-9 प्रशासनिक डिवीजन में 20 हजार वर्ग फुट क्षेत्र में किया जाएगा। मानवाधिकार मामलों के संसदीय सचिव लाल चंद मल्ही ने हाल ही में मंदिर के लिए भूमि पूजन समारोह भी आयोजित किया था। समाचार पत्र 'डॉन' की खबर के अनुसार, राजधानी विकास प्राधिकरण (सीडीए) ने  कानूनी कारणों का हवाला देते हुए मंदिर के भूखंड पर चारदीवारी का निर्माण रोक दिया था।

गौरतलब है कि इस्लामाबाद में हिंदुओं की आबादी लगभग 3,000 है, जिसमें सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारी, कारोबारी और बड़ी संख्या में डॉक्टर शामिल हैं। श्री कृष्ण मंदिर का प्रबंधन हिंदू पंचायत इस्लामाबाद देखेगा।

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