PAK: मोटरवे सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता बयान देने को तैयार, इस मामले में पुलिस अधिकारी ने दिया था शर्मनाक बयान

पाकिस्तान में इस महीने की शुरुआत में एक पाकिस्तानी महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था जिससे देश में आक्रोश पैदा हुआ और महिला के इंसाफ के लिए लोग आगे आने लगे। पहले महिला ने अपना बयान देने से मना कर दिया था लेकिन अब तैयार हैं।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 08:59 AM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 09:10 AM (IST)
PAK: मोटरवे सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता बयान देने को तैयार, इस मामले में पुलिस अधिकारी ने दिया था शर्मनाक बयान
मोटरवे सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता बयान देने को तैयार। फोटो-एपी

लाहौर, एएनआइ। इस महीने की शुरुआत में एक पाकिस्तानी महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था, जिससे देश में आक्रोश पैदा हुआ और महिला के इंसाफ के लिए लोग आगे आने लगे। हालांकि, पहले महिला बयान नहीं देना चाहती थी, लेकिन वह अब पुलिस को अपना बयान देने को तैयार हो गई थी। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि पुलिस इन-कैमरा ट्रायल का अनुरोध करेगी। दैनिक पाकिस्तान के अनुसार, महिला ने एक संदिग्ध शफाकत अली की भी पहचान कर ली है, जिसे ओकरा जिले के देपालपुर में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले, दुष्कर्म पीड़िता ने पुलिस को अपना बयान देने से इनकार कर दिया था।

इस मामले ने तब तूल पकड़ी जब पाकिस्तान के पुलिस अधिकारी उमर शेख ने लाहौर-सियालकोट मोटरवे पर दुष्कर्म के लिए पीड़िता को दोषी ठहराते हुए विवाद खड़ा कर दिया था। सीनेट के मानवाधिकार पैनल के सामने उन्होंने कहा था कि यह घटना तब हुई जब महिला अपने पति की अनुमति के बिना देर रात यात्रा कर रही थी। बता दें कि 30 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर दो पुरुषों द्वारा उसके बच्चों के सामने मोटरवे पर दुष्कर्म किया गया था जब उनकी कार में पेट्रोल खत्म हो गया था और वह रुक गई थी। इस घटना के कारण राष्ट्रीय आक्रोश फैल गया और पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।

घटना के कुछ दिन बाद, शेख, लाहौर कैपिटल सिटी पुलिस ऑफिसर (CPPO) ने महिलाओं से सवाल किया था कि वह देर रात क्यों बाहर थीं। इन टिप्पणियों के बाद महिला अधिकार संगठनों का विरोध शुरू हो गया और उनके इस्तीफे मांग होनी लगी। डॉन ने बताया कि सोमवार को शेख को मामले की प्रगति के बारे में जानकारी देने के लिए समिति द्वारा बुलाया गया और एक प्रमुख मार्ग पर सुरक्षा की कमी पर भी बात की।

सुनवाई के दौरान पैनल ने उनके इस बयान को लेकर फटकार लगाई है जिसमें उन्होंने कहा था कि महिला अपने पति की इजाजत के बिना घर के बाहर थीं। वहीं, जब पैनल द्वारा महिला की तरफ से यह जानकारी देने की बात पूछी गई, तो अधिकारी ने कहा कि यह उनका अनुमान था। इसके अलावा, जब समिति ने मामले के तथ्यों को बताने के बजाय अपनी 'व्यक्तिगत राय' देने के लिए उन्हें फटकार लगाई, तो शेख ने कहा कि 'उन्हें बताया गया था कि पीड़िता देर रात चली गई थी क्योंकि उन्हें वीडियो कॉल पर अपने पति से बात करनी थी।'

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