पाकिस्‍तान के खैबर पैख्‍तूनख्‍वा में लड‍़कियों को छेड़छाड़ से बचाने के लिए बांटे जा रहे बुर्के

पाकिस्‍तान की खैबर पैख्‍तूनख्‍वा प्रांत की सरकार इन दिनों छात्राओं को छेड़छाड़ से बचाने के लिए बुर्कें बांट रही है। फ‍िलहाल एक स्‍थानीय नेता ने 69 बुर्के वितरित किए हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 05 Oct 2019 11:26 AM (IST) Updated:Sat, 05 Oct 2019 11:36 AM (IST)
पाकिस्‍तान के खैबर पैख्‍तूनख्‍वा में लड‍़कियों को छेड़छाड़ से बचाने के लिए बांटे जा रहे बुर्के
पाकिस्‍तान के खैबर पैख्‍तूनख्‍वा में लड‍़कियों को छेड़छाड़ से बचाने के लिए बांटे जा रहे बुर्के

इस्‍लामाबाद, एजेंसियां। पाकिस्‍तान की खैबर पैख्‍तूनख्‍वा प्रांत की सरकार इन दिनों छात्राओं को छेड़छाड़ से बचाने के लिए बुर्कें बांट रही है। 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Pakistan Tehreek-e-Insaf's, PTI) के पूर्व जिला परिषद सदस्य मुजफ्फर शाह द्वारा दी गई रकम की मदद से लड़कियों के स्कूल में 69 बुर्के वितरित किए। इससे पहले एक अन्‍य रिपोर्ट में कहा गया था कि पाकिस्तान के हरीपुर जिला के शिक्षा विभाग ने जिले के सरकारी स्कूलों की सभी छात्राओं को छेड़छाड़ और शोषण की घटनाओं से बचाने के लिए उन्हें अबाया, गाउन या चादर पहनना अनिवार्य कर दिया था।

अब इस नई रिपोर्ट ने पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार पर सवाल खड़े किए हैं जो अंतरराष्‍ट्रीय मंचों पर मानवाधिकारों का पैरोकार बनते हैं। मुजफ्फर शाह ने कहा कि ने महिला छात्रों के लिए चादरों को खरीदने का फैसला किया था लेकिन नेताओं की सलाह पर मैंने छात्राओं के लिए बुर्का खरीदा। शाह की मानें तो बुर्कों की कीमत एक लाख रुपये थी, जिन्‍हें स्‍कूली छात्राओं को फ्री में वितरित किया गया। मुजफ्फर शाह ने बताया कि मैंने यह फैसला मुख्‍यमंत्री की ओर से जारी उस अध‍िसूचना के बाद लिया जिसमें स्‍कूली लड़कियों को अनिवार्य रूप से पर्दा करने की बात कही गई है।

बता दें कि पाकिस्‍तान में महिलाओं के प्रति अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। हालात इतने बदतर हो गए हैं कि आए दिन महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं होने लगी हैं। यही नहीं जर्नल ऑफ इंटरनेशनल वुमन स्‍टडीज में प्रकाशित एक ताजा रिपोर्ट में महिलाओं के लिए खतरनाक देशों की सूची में पाकिस्‍तान छठे स्‍थान पर रखा गया है। हाल ही में हरिपुर जिले की शिक्षा अधिकारी समीना ने कहा था कि छेड़छाड़ और यौन उत्‍पीड़न की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए छात्राओं के लिए ड्रेस कोड लागू करना जरूरी हो गया था। हालांकि, सरकार के इस कदम की आलोचना भी हो रही है।

अभी हाल ही में पाकिस्तान के प्रांत खैबर पख्तूनख्वा के चारसद्दा में स्थित बाचा खान यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राओं को एक साथ घूमन पर पाबंदी लगा दी गई थी। जारी सर्कुलर में कहा गया था कि लड़के लड़कियों का एक साथ घूमना गैर-इस्लामिक है और छात्र छात्राओं को ऐसी गतिविधियों में शामिल होने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। जारी फरमान में कहा गया था कि यदि लड़का और लड़की साथ घूमते दिखाई दिए तो इस बात की शिकायत उनके माता पिता से की जाएगी और इसके लिए उन्हें भारी जुर्माना चुकाना होगा।  

विस्‍तृत रिपोर्ट - पाकिस्तान में एक साथ छात्र-छात्राओं के पढ़ाई पर बैन, जानें- क्या है कारण

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