अपने देश में इमरान खान को करना पड़ रहा विरोध का सामना, लोग लगा रहे 'नाजी गो बैक' के नारे

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने देश में ही गो नाजी गो बैक नारे का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि संसद में भी उन्हें यह नारा सुनना पड़ा है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Sat, 14 Sep 2019 11:30 PM (IST) Updated:Sun, 15 Sep 2019 12:09 AM (IST)
अपने देश में इमरान खान को करना पड़ रहा विरोध का सामना, लोग लगा रहे 'नाजी गो बैक' के नारे
अपने देश में इमरान खान को करना पड़ रहा विरोध का सामना, लोग लगा रहे 'नाजी गो बैक' के नारे

 इस्लामाबाद, आइएएनएस। कश्मीर पर खुलेआम मुस्लिम भावनाओं की अपील कर आक्रामक तेवर दिखा रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने देश में ही 'गो नाजी गो बैक' नारे का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि संसद में भी उन्हें यह नारा सुनना पड़ा है।

मुजफ्फराबाद में लगाए गए गो नाजी गो बैक के नारे
इमरान ने शुक्रवार को कश्मीर के समर्थन में मुजफ्फराबाद में बहुप्रचारित 'जलसा' आयोजित किया था। इससे पहले ही एक भीड़ ने उनके सरनेम की ओर इशारा करते हुए 'गो नाजी गो बैक' के नारे लगाए। नाजी कहकर पाकिस्तानियों ने 1971 में भारत के हाथों हुई अपनी शर्मनाक पराजय की ओर इशारा किया। उस समय पाकिस्तानी सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अमीर अब्दुल्ला खान नाजी थे जिन्होंने भारतीय सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोरा को 16 दिसंबर 1971 को अपना हथियार सौंपा था।

मियांवाली में बसा है नाजी पश्‍तून समुदाय
नाजी पश्तून होते हैं। यह समुदाय अफगानिस्तान और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में निवास करता है। पाकिस्तान में बड़ी संख्या में यह समुदाय मियांवाली में बसा है। मजेदार है कि पूर्व सेना प्रमुख अब्दुल्ला खान नाजी और इमरान खान नाजी लाहौर में पैदा हुए।

इमरान ने चुनावी धांधली का किया था विरोध
नवंबर 2014 में विपक्षी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के नेता के रूप में इमरान ने 2013 के चुनाव में धांधली के विरोध में 16 दिसंबर को देशव्यापी बंद का आह्वान किया था। जाहिर है कि वह इस दिन को भूल गए थे। बाद में उन्होंने विरोध प्रदर्शन की तारीख बदल दी।

मुजफ्फराबाद का जलसा रहा फ्लाप
रिपोर्टों में बताया गया है कि शुक्रवार के जलसे में भाग लेने वालों की संख्या कम ही रही। आम आदमी इससे दूर ही रहे और प्रशासन ने सरकारी कर्मचारियों को वहां लाकर भीड़ दिखाने का प्रयास किया। कुछ लोगों ने जलसा को फ्लाप शो कहा। गुरुवार को संसद में जब राष्ट्रपति आरिफ अल्वी संयुक्त अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे तब इमरान को निशाना बनाकर विपक्ष ने 'गो नाजी गो' के नारे लगाए। सत्र के दौरान नौसेना, वायुसेना प्रमुख और ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन भी मौजूद थे।

पीओके में होती हैं पाकिस्‍तान विरोधी रैलियां
गुलाम कश्मीर में पाकिस्तान विरोधी और स्वतंत्रता की मांग करते हुए रैलियां होती रहती हैं। ऐसी रैलियों की खबर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में न के बराबर दिखती है। नौ सितंबर को प्रदर्शन के दौरान 20 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था।

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