बीबीसी ने कहा - चूक से हटा साक्षात्कार से जाधव का उल्लेख, सेंसरशिप का हिस्सा नहीं

बीबीसी ने कहा है कि हार्ड टॉक कार्यक्रम के टीवी वर्जन में गलती से कुलभूषण जाधव का हिस्सा हटा है लेकिन रेडियो वर्जन में इसे सुनाया गया है।

By TaniskEdited By: Publish:Fri, 14 Dec 2018 07:22 PM (IST) Updated:Fri, 14 Dec 2018 09:49 PM (IST)
बीबीसी ने कहा - चूक से हटा साक्षात्कार से जाधव का उल्लेख, सेंसरशिप का हिस्सा नहीं
बीबीसी ने कहा - चूक से हटा साक्षात्कार से जाधव का उल्लेख, सेंसरशिप का हिस्सा नहीं

इस्लामाबाद, प्रेट्र। ब्रिटिश न्यूज ब्रॉडकास्टर बीबीसी ने सफाई दी है कि पाकिस्तानी वित्त मंत्री असद उमर के साक्षात्कार से भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव का हिस्सा हटना चूक का नतीजा है। यह सेंसरशिप (खबर रोके जाने) की किसी नीति का हिस्सा नहीं है।

बीबीसी के कार्यक्रम हार्ड टाक में स्टीफन सैकर ने वित्त मंत्री से राष्ट्रीय महत्व के सवालों के जवाब दे रहे थे। उसी दौरान उन्होंने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, चीन-पाकिस्तान इकोनोमिक कॉरीडोर, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और जाधव के मुद्दे पर जवाब दिए।

जाधव को पाकिस्तान ने भारतीय जासूस ठहराकर कैद कर रखा है। भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी जाधव को 2016 में ईरान से लगने वाली पाकिस्तानी सीमा के पास से गिरफ्तार किया गया था, जहां वह कारोबार के सिलसिले में गए थे। 2017 में उन पर सैन्य अदालत में मुकदमा चलाकर उन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी। इस सजा के विरोध मे भारत ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में अपील कर रखी है। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने फांसी की सजा के क्रियान्वयन पर रोक लगा रखी है।

पाकिस्तान की मानवाधिकार मामलों की मंत्री शिरीन मजारी साक्षात्कार से जाधव से संबंधित हिस्सा हटाए जाने के लिए बीबीसी की निंदा की है। उन्होंने इसे बीबीसी का बेहद पक्षपातपूर्ण कृत्य करार दिया है। उन्होंने मीडिया दिग्गज की इस चूक को शर्मनाक करार दिया है।

बीबीसी ने कहा है कि हार्ड टॉक कार्यक्रम के टीवी वर्जन में गलती से कुलभूषण जाधव का हिस्सा हटा है लेकिन रेडियो वर्जन में इसे सुनाया गया है। साक्षात्कार काफी लंबा होने की वजह उसमें काट-छांट की गई। इसी दौरान उसमें जाधव का हिस्सा हट गया। यह काम जान-बूझकर नहीं किया गया।

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