दिल के लिए फायदेमंद है विटामिन K, धमनियों में कैल्शियम जमने के प्रति मिलती है अतिरिक्त सुरक्षा

खाद्य पदार्थों में विटामिन के- दो प्रकार के पाए जाते हैं। एक है विटामिन के1 जो हमें हरी पत्तियों वाली सब्जियों तथा वनस्पति तेलों से मिलता है और दूसरा है विटामिन के2 जो मांस अंडा तथा चीज जैसे खमीर युक्त पदार्थों में मिलता है।

By Neel RajputEdited By: Publish:Tue, 17 Aug 2021 07:09 PM (IST) Updated:Tue, 17 Aug 2021 07:09 PM (IST)
दिल के लिए फायदेमंद है विटामिन K, धमनियों में कैल्शियम जमने के प्रति मिलती है अतिरिक्त सुरक्षा
हरी पत्तियों वाली सब्जियों से मिलता है विटामिन के

जोंडालुप (आस्ट्रेलिया), एएनआइ। हृदय रोग से बचने का एक साधारण सा उपाय सामने आया है। शोधकर्ताओं ने बताया है कि विटामिन 'के' वाली चीजें खाने से धमनियों में प्लाक जमने (एथेरोस्क्लेरोसिस) से होने वाले हृदय रोगों का जोखिम कम किया जा सकता है। शोध का यह निष्कर्ष जर्नल आफ अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में प्रकाशित हुआ है।

शोधकर्ताओं ने डेनिस डाइट कैंसर एंड हेल्थ स्टडी में पिछले 23 वर्षों में भाग लेने वाले 50 हजार से ज्यादा लोगों के रिकार्ड का परीक्षण किया है। अध्ययन में इस बात की पड़ताल की गई कि क्या विटामिन की प्रचुरता वाली चीजें व्यक्तियों को एथेरोस्क्लेरोसिस से जुड़े कार्डियोवास्कुलर रोगों का जोखिम कम करता है।

बता दें कि खाद्य पदार्थों में विटामिन के- दो प्रकार के पाए जाते हैं। एक है विटामिन के1, जो हमें हरी पत्तियों वाली सब्जियों तथा वनस्पति तेलों से मिलता है और दूसरा है विटामिन के2, जो मांस, अंडा तथा चीज जैसे खमीर युक्त पदार्थों में मिलता है।

अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने विटामिन के1 वाले पदार्थों का भरपूर सेवन किया, उन्हें एथेरोस्क्लेरोसिस से जुड़े कार्डियोवास्कुलर रोगों के खातिर अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत 21 फीसद कम थी। जबकि विटामिन के2 के मामले में यह जोखिम 14 फीसद कम था। इसके अलावा यह भी देखा गया कि एथेरोस्क्लेरोसिस से जुड़े कार्डियोवास्कुलर रोगों खासकर पेरिफेरल धमनी से संबंधित रोगों के मामले में जोखिम 34 फीसद तक कम था।

ईसीयू के शोधकर्ता तथा इस अध्ययन के वरिष्ठ लेखक डाक्टर निकोला बान्डोनो ने बताया कि यह निष्कर्ष बताता है कि पर्याप्त मात्रा में विटामिन के लेने से एथेरोस्क्लेरोसिस तथा उससे जुड़े कार्डियोवास्कुलर रोगों से सुरक्षा मिलती है।

उन्होंने बताया मौजूदा डायटरी गाइडलाइंस में 'विटामिन के' के उपभोग की जो सलाह दी जाती है, वह सामान्य तौर पर विटामिन के1 के बारे में होती है। यह रक्त के थक्का जमने के मामले के लिए है। हालांकि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि मौजूदा गाइडलाइंस से हटकर यदि विटामिन के लेने की सलाह दी जाए तो उससे एथेरोस्क्लेरोसिस और अन्य रोगों से अतिरिक्त सुरक्षा मिलेगी।

उन्होंने बताया कि हालांकि इसकी प्रक्रिया समझने के लिए अभी और भी शोध की जरूरत है, लेकिन हम मानते हैं कि विटामिन के से प्रमुख धमनियों में कैल्शियम जमने के प्रति अतिरिक्त सुरक्षा मिलती है।

यूनिवर्सिटी आफ वेस्टर्न आस्ट्रेलिया के शोधकर्ता और अध्ययन के प्रथम लेखक डाक्टर जेमी बेलिंगे के मुताबिक, कार्डियोवास्कुलर हेल्थ खासकर धमनियों में कैल्शियम जमने के मामले में विटामिन के की भूमिका का अध्ययन भविष्य में बेहतर संभावना पैदा करने वाला है।

उन्होंने बताया कि आस्ट्रेलिया में अभी भी कार्डियोवास्कुलर रोग मौतों का एक प्रमुख कारण बना हुआ है। इसके साथ ही खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के विटामिनों की भूमिका हार्ट अटैक, स्ट्रोक और बाहरी धमनियों से जुड़े रोगों में क्या है, इसके बारे में बहुत ही सीमित समझ है। ऐसे में 'विटामिन के' के बारे में यह अध्ययन डायट के माध्यम से इन घातक बीमारियों से बचाव का एक तरीका हो सकता है।

डाक्टर बान्डोनो ने बताया कि खाद्य पदार्थों में विटामिन के1 कंटेंट के बारे में व्यापक डाटा मौजूद हैं। लेकिन विटामिन के2 को लेकर बहुत कम डाटा है। यह हमारे भोजन में तकरीबन 10 रूपों में होता है, जो हमारे शरीर में अवशोषित होता है तथा अलग-अलग काम करता है।

इसलिए शोध के अगले चरण में खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले विटामिन के2 के बारे में डाटा जुटाने की कोशिश होगी। ताकि विटामिन के2 के प्रभावों का व्यापक अध्ययन किया जा सके।

यह भी पढ़ें : महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति तोड़े जाने की भारत ने की निंदा, किरकिरी पर पाक मंत्री बोले- ऐसे अनपढ़ करा रहे फजीहत

यह भी पढ़ें : जापान में कोरोना से हालात बेकाबू, न्यूजीलैंड में लाकडाउन; आस्ट्रेलिया में भी नहीं थमा संक्रमण

chat bot
आपका साथी