अफगानिस्तान में शांति वार्ता को फिर से शुरू करने को लेकर अमेरिकी दूत की यात्रा
पिछले महीने अमेरिका और तालिबान के बीच वार्ता ध्वस्त के बाद अमेरिकी शांति दूत जल्माय खलीलजाद पहली यात्रा के लिए अफगानिस्तान की राजधानी में हैं।
काबुल, एपी। पिछले महीने अमेरिका और तालिबान के बीच वार्ता ध्वस्त के बाद अमेरिकी शांति दूत जल्माय खलीलजाद पहली यात्रा के लिए अफगानिस्तान की राजधानी में हैं, एक अफगान राजनेता ने इसकी पुष्टि की है। अफगानिस्तान के नेशनल इस्लामिक फ्रंट के नेता सैयद हामिद गेलानी ने शनिवार देर रात अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया कि उन्होंने खलीलजाद और उनकी टीम के साथ काबुल में देश के हालिया राष्ट्रपति चुनाव और शांति प्रयासों पर चर्चा की।
नाम नहीं बताने की शर्त पर एक अफगान अधिकारी ने रविवार को पुष्टि की कि अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी खलीलजाद से मिले थे। उन्होंने कहा कि बैठक शनिवार को राष्ट्रपति के महल में हुई। खलीलज़ाद का काबुल का दौरा मास्को में एक बैठक के बाद हुआ, जिसमें उन्होंने चीन, रूस और पाकिस्तान के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। अफगानिस्तान के 18 साल पुराने युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता को फिर से शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।
वार्ता रद होने के बाद एक दूसरे के खिलाफ हमले
वार्ता रद होने के बाद आतंकी संगठन तालिबान और अमेरिकी सैनिकों ने एक दूसरे के खिलाफ जमकर हमले किए, जिसमें काफी संख्या में लोग मारे गए। एक अक्टूबर को आतंकी संगठन तालिबान ने अफगानिस्तान के बाल्ख प्रांत स्थित पुलिस मुख्यालय पर हमला किया। इस हमले में 11 पुलिस अधिकारियों की मौत हुई थी। आतंकियों ने दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों को बंदी बनाया और मुख्यालय में आग भी लगा दी थी। इक पर सवार करीब 400 तालिबानी आतंकियों ने शोर्तेपा जिला के पुलिस मुख्यालय पर हमला किया था।
सैन्य बलों के हमले में बच्चों और महिलाओं समेत 40 लोग मारे गए
अफगान सैन्य बलों ने 23 सितंबर को हेलमंद प्रांत में आतंकियों के एक ठिकाने पर हवाई हमला किया था, लेकिन पास में चल रहा एक शादी समारोह इस हमले की चपेट में आ गया। इस समारोह में शिरकत करने आए बच्चों और महिलाओं समेत 40 लोग मारे गए और कई घायल हो गए। पिछले सप्ताह भी नांगरहार प्रांत में अफगान और अमेरिकी बलों के हवाई हमले में 30 नागरिकों की मौत हो गई थी और 40 घायल हुए थे।